एडीओ पंचायत, लिपिक व एडीपीआरओ से मांगा गया स्पष्टीकरण

जागरण संवाददाता कानपुर देहात मलासा ब्लॉक के 39 बीडीसी क्षेत्र के आरक्षण बदलने के मामले

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 08:41 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 08:41 PM (IST)
एडीओ पंचायत, लिपिक व एडीपीआरओ से मांगा गया स्पष्टीकरण
एडीओ पंचायत, लिपिक व एडीपीआरओ से मांगा गया स्पष्टीकरण

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : मलासा ब्लॉक के 39 बीडीसी क्षेत्र के आरक्षण बदलने के मामले में जांच शुरू कर दी गई है। एडीओ पंचायत, लिपिक व एडीपीआरओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।

मलासा ब्लॉक के 39 क्षेत्र पंचायत सदस्य क्षेत्र बिना आपत्ति के बदल दिए गए थे। मामला प्रकाश में आने पर एडीओ पंचायत, लिपिक को निलंबित किया गया था साथ ही एडीपीआरओ अशोक कुमार पर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा गया था। डीपीआरओ अनिल सिंह की भूमिका की जांच भी की जा रही। डीएम ने मामले में सीडीओ सौम्या पांडेय की अध्यक्षता में समिति का गठन कर दिया था। सभी से मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया था। सूत्र बताते हैं कि एडीओ पंचायत हरीओम सक्सेना ने आपत्ति न आने व 24 मार्च को अनंतिम सूची तैयार कर जिला पंचायतीराज कार्यालय के लिपिक सुरेंद्र कुशवाहा को दी थी। बाद में जब सूची बदलने का पता चला तो डीपीआरओ अनिल सिंह से कहा तो उन्होंने डांटकर भगा दिया था। वहीं लिपिक अशोक गुप्ता ने भी स्पष्टीकरण सौंप दिया है। सूत्रों का कहना है कि चुनाव संबंधी पटल की जिम्मेदार न होने व स्थापना पटल पर कार्यरत होने की बात कही गई। साथ ही किसी प्रपत्र पर हस्ताक्षर न होने की भी बात कही गई। वहीं मामले को लेकर पूरे विकास भवन के साथ ही मलासा ब्लॉक में चर्चा जोरों पर है। हर तरफ इस आरक्षण सूची को लेकर बात की जा रही। धांधली का आरोप

मामले का राजफाश करने वाले अधिवक्ता उदय प्रताप का कहना है कि आपत्ति सूची के अलावा भी सही से जांच की जाए तो अनियमितता डीपीआरओ के काम की मिल जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि धनराशि लेकर आरक्षण को डीपीआरओ ने बदल दिया। मामले की सही से जांच किए जाने की उन्होंने मांग की।

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