सबै विकास करैबे की बात करत और बाद मा दिखातौ नाहीं
संवाद सहयोगी सिकंदरा ग्रामीण ही नहीं कस्बा क्षेत्रों में भी चुनावी चर्चाएं आम हो गई हैं। मत
संवाद सहयोगी, सिकंदरा : ग्रामीण ही नहीं कस्बा क्षेत्रों में भी चुनावी चर्चाएं आम हो गई हैं। मतदाता भी इस बार सोच समझकर ही वोट देने का मन बना रहे हैं। वहीं खोखले वादे करने वाले प्रत्याशियों से भी दूरी बनाए हुए हैं। मतदाताओं का मानना है कि जो क्षेत्र के लिए कार्य करें उसे ही वोट दो।
महटौली गांव जिला पंचायत राजपुर द्वितीय क्षेत्र में आता है। यह सीट पिछड़ी जाति महिला के नाम आरक्षित है जबकि गांव के प्रधान पद की सीट अनुसूचित जनजाति के नाम सुरक्षित है। गांव के सुरेश सिंह के मकान के बाहर दरवाजे पर ग्रामीण चुनावी चर्चा में मशगूल थे। चर्चा में सुरेश सिंह कहते हैं कि चुनाव के समय विकास की बाते तौ सबै करत हैं और बाद मा चेहरौ दिखबै का नाही मिलत। अइसे प्रत्याशी का पहिलै जान समिझ लेव होही मा फायदा है। पैर छुहै और चाहै सर के बल हुहै जाहे उनके बहकावे मा कतई न आवैं। झांसे मा अइबै के बाद पांच बरस पछतैबे का परी। उसी समय चाय की चुस्की ले रहे प्रताप सिंह बोले चुनाव के समय वोट लेय के लालच मां सबै प्रत्याशी अपन मीठी भाषा बोलत है जौन कबहूं भगवान के पैर न छुए हुइहै उई अब दौड़ कै सबै के पहले पैर छुवत है, लेकिन हम उनके झांसे मा न परिबे। सही प्रत्याशी देख सुन कै चुनिहै इतने में रामनारायण बोले प्रत्याशी अबकी बार कुछौ करै चाहे शराब बांटै चाहे रुपया हम कोहू की बात मां अइवे नाहीं फिर पांच साल तक पछताईका परिहै। जाति धर्म बिरादरी से हटकर चलने वाले के साथ फैसला होई तभी खेत से काम करके लौटे सुखदेव सिंह बोले, चुनाव मा तौ प्रत्यासी बिना सिखाए पढ़ाए सबै पैर छुयै का शिष्टाचार करत है। वोट की बात बाद मा करतहै पहले पैरन तन का दौड़त है और जीतै कै बाद उई दिखाई तक न परिहै। अबकी बार फैसला बहुत सोचै समझै का करिवे का है।
यहां घूमी बाइक
ग्राम शिवहरा, गौहानी बांगर, बछाटी, कच्ची महटौली