गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना शिक्षकों का नैतिक दायित्व

संवाद सहयोगी भोगनीपुर छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना शिक्षकों का नैतिक दायित्व

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 12:09 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 12:09 AM (IST)
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना शिक्षकों का नैतिक दायित्व
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना शिक्षकों का नैतिक दायित्व

संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना शिक्षकों का नैतिक दायित्व है। सभी शिक्षक इस दायित्व का निर्वाहन जिम्मेदारी के साथ करें और छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराए।

यह बात मलासा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय डींघ परिसर में शुक्रवार को आयोजित छतेनी शिक्षक संकुल की बैठक में डॉयट प्राचार्य डॉ. सच्चिदानंद यादव ने शिक्षकों से कही।

डॉयट प्राचार्य ने कहा कि शिक्षकों को अपने दायित्वों, कर्तव्यों और समाज के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए। उन्हें बच्चों का भविष्य संवारने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए। उनका मार्गदर्शन करना चाहिए और उनकी ऊर्जा को नई दिशा देना शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी है। बैठक में एआरपी अविनाश सचान ने बताया कि सभी शिक्षक रीडिग करना व पुस्तकालय के माध्यम से बच्चों के बुनियादी स्तर को मजबूत बनाए एवं शिक्षा के प्रति प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि शिक्षक कोविड-19 के मद्देनजर दीक्षा एप, रीड एलांग एप व ई पाठशाला के तहत कक्षा शिक्षण के माध्यम से पढाएं। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत के 14 पैरामीटर को जल्द से जल्द पूरा कर विद्यालय के भौतिक परिवेश आकर्षक व सुविधापूर्ण बनाएं। बैठक में एआरपी नौशाद अहमद व अनुराग पांडेय ने भी शिक्षकों को शिक्षण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। बैठक में प्रधानाध्यापक ममता, रीना कटियार, रोमीगौतम, खुशनुमा, रचना सचान, नीरजा यादव, जीतेन्द्र कुमार, कशीमुल हसन मौजूद रहे। बच्चों के भविष्य को संवारने की दी शिक्षा संवाद सहयोगी, रसूलाबाद : ब्लॉक को प्रेरक ब्लॉक बनाने में सहयोग करने की बात शिक्षकों से बीईओ अनूप सिंह ने प्राथमिक विद्यालय रजपुरवा में शुक्रवार को मासिक बैठक के दौरान कही। उन्होंने एप डाउनलोड कराने पर जोर दिया।

बीईओ ने शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि हम आप जब तक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान नहीं करेंगे तब तक हमारा समाज एक सभ्य समाज कैसे बनेगा। उन्होंने कहा कि बच्चे अशिक्षित रह जाते हैं तो हमारे देश का भविष्य कैसा होगा इस पर हम सभी को विचार करना होगा। सभी के प्रयास से रसूलाबाद प्रेरक ब्लाक बन सकता है। संकुल शिक्षक शालिनी शर्मा ने शिक्षण योजना में विषय कोणों को कैसे पहचानें पर प्रकाश डाला। सुरेंद्र कुमार वर्मा ने विद्यालय में स्टाफ के सहयोग से किए गए अनुप्रयोग और नवाचारों प्रकाश डालते हुए पीपीटी के माध्यम से सभी को दिखाया। शोएब मोहम्मद ने शिक्षकों के समक्ष कबाड़ से जुगाड़ किस

प्रकार से की जाए इसके बारे में बताया। तेज सिंह राजपूत ने गतिविधि के माध्यम से कैसे छोटे बच्चों को अपोजिट वर्ड सिखाएंगे इसके बारे में बताया। आनंद प्रताप सिंह ने प्रेरणा एप पर नये बच्चों की डाटा फीडिग के विषय में जानकारी दी। जबकि प्रेरणा सारथी अंकित मिश्रा ने सभी शिक्षकों को प्रेरणा लक्ष्य, सूची, आधारशिला,ध्यानाकर्षण और शिक्षण संग्रह के संबंध में विस्तार से बताया। डायट मेंटर विपिन कुमार संत ने शिक्षकों को स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद के यूट्यूब सेशन में दिए गए निर्देशों के बारे में बताया। एआरपी पवन सिंह ने विद्यालय प्रबंध समिति और अभिभावक-शिक्षक बैठक की उपयोगिता समझाई। बैठक में आनंद प्रताप सिंह, रविद्र कुमार, सनत कुमार चतुर्वेदी, अखिलेश कुमार दुबे, कुंवर पाल, दीपक कुमार, महेंद्र कुमार, सत्येंद्र सिंह यादव, संजय कुमार यादव, दीपक कुमार, विनीता यादव, प्रीति रानी मौजूद रहीं।

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