बुखार से बुजुर्ग की गई जान

जागरण संवाददाता कानपुर देहात बुखार से एक बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया उन्हें पांच दिन से बुखा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 12:03 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 12:03 AM (IST)
बुखार से बुजुर्ग की गई जान
बुखार से बुजुर्ग की गई जान

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बुखार से एक बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया, उन्हें पांच दिन से बुखार आ रहा था। वहीं रविवार को ओपीडी न होने से जिला अस्पताल व सीएचसी की इमरजेंसी में बुखार पीड़ित पहुंचे। वहीं टीमों ने राजपुर, सिकंदरा, अमरौधा, रूरा समेत अन्य जगह जांच कर दवा का छिड़काव किया।

बुखार का प्रकोप जिले में ऐसा हे कि रविवार होने के बावजूद जिला अस्पताल में मरीजों का आना बंद नहीं हुआ। साप्ताहिक अवकाश के चलते ओपीडी बंद होने पर इमरजेंसी में बुखार के मरीज पहुंचे। बुखार की चपेट में आने से मंगलपुर थाना क्षेत्र के राजपुर गांव निवासी 65 वर्षीय किसान हरीराम की मौत हो गई। प्लेटलेट्स कम होने की शिकायत पर झींझक सीएचसी से रविवार सुबह जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। पुत्र कुलदीप ने बताया कि करीब पांच दिनों से बुखार आने पर प्राइवेट अस्पताल के अलावा सरकारी में दिखाया था। लगातार हालत बिगड़ती चली जा रही थी। उधर रसूलाबाद सीएचसी में बुखार व सर्दी से पीड़ित चार बच्चे आए। सभी को जिला अस्पताल रेफर किया गया। रविवार को सीएचसी रसूलाबाद में बाबागांव निवासी देवेंद्र अपने दो माह के मासूम बेटे मयंक, जोत गांव निवासी कुलदीप का चार माह का मासूम बेटा वंश, नरसिंहपुर निवासी विश्वनाथ सिंह चार माह की बेटी आयुषी व भूरा अपने तीन माह के बेटे अंश को लेकर सीएचसी रसूलाबाद पहुंचे, जहां ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर सौरभ शाक्य ने बच्चों का प्राथमिक इलाज किया। इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। यहां दो सौ गांव होने के बाद भी सीएचसी में बालरोग विशेषज्ञ की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में समस्या ग्रामीणों को उठानी पड़ती है। वहीं टीमों ने दवा का छिड़काव किया व डेंगू व मलेरिया से बचाव के निर्देश का पालन न करने पर तीन को नोटिस दिया।

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