छाया का इंतजाम न होने से किसानों को सता रहा गेहूं भीगने का डर

जागरण संवाददाता कानपुर देहात जिले में गेहूं खरीद के लिए 64 केंद्र बनाए गए हैं लेकिन अि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 07:44 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 07:44 PM (IST)
छाया का इंतजाम न होने से किसानों को सता रहा गेहूं भीगने का डर
छाया का इंतजाम न होने से किसानों को सता रहा गेहूं भीगने का डर

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : जिले में गेहूं खरीद के लिए 64 केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन अधिकांश केंद्रों पर छाया के पर्याप्त प्रबंध न होने से किसानों को गेहूं भीगने का डर सता रहा है। बारिश से अनाज को बचाने के लिए किसान स्वयं ही तिरपाल डालकर गेहूं की बोरियों को ढकने का प्रबंध कर रहे हैं जबकि रसूलाबाद में बारिश होने से खुले में रखा कुछ गेहूं भीग गया। गेहूं खरीद शुरू हुए 17 दिन का समय बीत गया है, लेकिन इसके बाद भी केंद्रों पर व्यवस्थाएं नाकाफी हैं। इससे गेहूं बिक्री के लिए केंद्र पहुंचने वाले किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिले में

गेहूं खरीद के लिए खाद्य विभाग, मंडी समिति, पीसीयू, पीसीएफ सहित 64 केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन अधिकांश केंद्रों पर छाया के इंतजाम न होने से गेहूं खुले में ही रखा है। वहीं अकबरपुर, रूरा, झींझक मंडियों में भी किसानों का गेहूं खुले में जमा है। शनिवार को हुई बारिश ने मंडी पहुंचने वाले किसानों की चिताएं बढ़ा दी है। आसमान में बादल छाने के बाद केंद्र पहुंचे कुछ किसानों ने तो छाया के लिए तिरपाल की व्यवस्था कर ली। वहीं जो किसान छाया का प्रबंध नहीं कर सके उनका गेहूं भीग गया। जिले में अब तक 322 किसानों से 1648 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी शिशिर कुमार ने बताया कि अब तक 1648 एमटी गेहूं की खरीद की गई है जो पिछले वर्ष से अधिक है।

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