संसाधनों के अभाव में दूसरी लहर ने ढहाया था कहर
जागरण संवाददाता कानपुर देहात कोरोना की दूसरी लहर से जिले की 60-70 फीसद आबादी प्रभावि
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : कोरोना की दूसरी लहर से जिले की 60-70 फीसद आबादी प्रभावित हुई थी और लोगों को भयावह स्थिति का सामना करना पड़ा। वहीं स्वास्थ्य विभाग के पास आक्सीजन की उपलब्धता, पर्याप्त बेड, जीवन रक्षक दवाओं की भी कमी थी, जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ा। दवाओं की जमकर कालाबाजारी हुई थी। संसाधनों की कमी के कारण कई लोगों को जान चली गई थी।
दूसरी लहर के दौरान जनपदवासियों को बहुत ही विपरीत हालातों से जूझना पड़ा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एल 1 व एल 2 अस्पताल की व्यवस्था थी, लेकिन संसाधनों का अभाव होने के कारण मरीजों को समुचित उपचार नहीं मिल पा रहा था। आक्सीजन की उपलब्धता न होने के कारण संक्रमित व्यक्ति के तीमारदार गैर जनपद में आक्सीजन सिलिडर के लिए 24-24 घंटे लाइन में लगे रहे। वहीं दवाओं की कालाबाजारी भी होती रही। सरकारी अस्पतालों में संसाधन न होने का फायदा निजी अस्पतालों ने उठाया और लोगों की मजबूरी में मुंह मांगी राशि वसूली। अस्पताल में बेड न होने पर मरीज अपनी वाहन में ही आक्सीजन सिलिडर लगा कर लेटे रहे जबकि बेड न मिलने पर लोगों ने झोलाछाप का भी सहारा लिया। दूसरी लहर के दौरान जो परिस्थितियां बनीं उनकी पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से स्वास्थ सेवाओं को बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सकों के साथ ही अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही संसाधनों को दुरुस्त किया जा रहा है, जिससे संभावित तीसरी लहर में हालात बेकाबू न हो। स्वास्थ विभाग की ओर से जिले में चार आक्सीजन प्लांट स्थापित करने को कार्य चल रहा है। वहीं सीएचसी को भी संक्रमित मरीजों के लिए अपग्रेड करने की योजना विभाग की ओर से बनाई जा रही है। सीएमओ डा. एके सिंह ने बताया कि अब जिले में संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं। सीएचसी-पीएचसी में भी आक्सीजन कंसंट्रेटर व सिलिंडर भेजे गए हैं। स्वास्थ्य संबंधी हर समस्या से निपटने के लिए विभाग तैयार है।