स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त, 41 डॉक्टर-कर्मचारी नदारद
जिला अस्पताल की ओपीडी में दर्द से तड़पते मिली महिलाएं हर तरफ अव्यवस्था का माहौल सीएमओ ने वेतन रोकने व स्पष्टीकरण के दिए निर्देश शासन को भेजेंगे रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : मुख्यमंत्री की नसीहत के बावजूद संयुक्त जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं सही होने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार को औचक निरीक्षण करने पहुंचे सीएमओ को पुरुष व महिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त मिलीं। मरीज तड़पते मिले। दोनों अस्पतालों से 41 डॉक्टर व कर्मी नदारद पाए गए।
संयुक्त जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं जांचने के लिए सुबह 9 बजे सीएमओ डॉ. हीरा सिंह व डिप्टी सीएमओ डा. एपी वर्मा सबसे पहले पुरुष अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे। यहां सफाई, दवा व उपकरणों को जांचा। टूटा स्ट्रेचर मिलने पर नाराजगी जताते हुए तत्काल बदलवाया। ओपीडी में डॉक्टरों की उपस्थिति देखी। टीकाकरण कक्ष में दो स्टाफ नर्स मिलने पर उन्होंने एक की ड्यूटी इमरजेंसी में लगाने के निर्देश दिए। इसके बाद जनरल वार्ड में मरीजों से दवा, नाश्ता व भोजन मिलने की जानकारी ली। यहां पर सिर्फ स्टाफ नर्स ड्यूटी पर मिलीं। सीएमओ ने महिला व पुरुष मरीजों को एक ही वार्ड में भर्ती करने पर आपत्ति जताई। वार्ड अलग-अलग करने की हिदायत दी। महिला अस्पताल पहुंचे सीएमओ को ओपीडी में मरीजों की भीड़ मिली। डॉक्टर अल्का गर्ग साढ़े दस बजे तक नहीं आई थीं। कई प्रसूताएं दर्द से तड़पती मिलीं। महिला अस्पताल में 11 की जगह सिर्फ डॉ. सुधी माहौर उपस्थित थीं। सीएमओ ने उन्हें ऑपरेशन थियेटर से बुलाकर ओपीडी में महिलाओं को देखने के निर्देश दिए।
सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ध्वस्त हैं। 10 डॉक्टर समेत 41 कर्मी नदारद मिले हैं। उनका वेतन रोकने की संस्तुति एवं स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिए हैं। अव्यवस्था की रिपोर्ट प्रमुख सचिव, महानिदेशक व जिलाधिकारी को भेजी जाएगी।