जिला पंचायत की बैठक में सिठमरा पुल निर्माण की उठी मांग
- बाढ़ के दौरान खराब सड़क व घर गिरने की समस्याओं को सदस्यों ने रखा - सांसद व विधायक की
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : रूरा-मिडाकुआं व रूरा-झींझक मार्ग को जोड़ने वाला सिठमरा पुल एक वर्ष से क्षतिग्रस्त है। निर्माण न होने से लोगों को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बाढ़ के दौरान बदतर हुए हालात व घर गिरने जैसी समस्या जिला पंचायत की दूसरी बैठक में उठी। इस पर समस्या निस्तारण को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
जिला पंचायत कार्यालय में शनिवार को नीरज रानी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। अकबरपुर सांसद देवेंद्र सिंह भोले, विधायक प्रतिभा शुक्ला की मौजूदगी में आयोजित बैठक में बारिश के बाद बाढ़ से बदतर हुए हालात व घर गिरने की समस्या को नवनिर्वाचित सदस्यों ने उठाया। बिरहुन जिला पंचायत सदस्य अंकित यादव ने बाढ़, सड़क टूटने व लोगों के घर गिरने की समस्या को उठाया और कहा कि अधिकारियों को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए। वहीं जजमुईया से जिला पंचायत सदस्य बउआ त्रिवेदी ने रूरा झींझक व रूरा मिडाकुआं मार्ग को जोड़ने वाले सिठमरा पुल की समस्या को उठाया। उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष से सिठमरा पुल क्षतिग्रस्त है। पुल से केवल दोपहिया वाहन सवार ही आवागमन कर रहे हैं। अन्य वाहनों का आवागमन बाधित होने से क्षेत्र के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जिला पंचायत सदस्य राम सिंह यादव ने रेरी गांव में टूटी पुलिया की समस्या को रखा। इसके साथ ही बैठक में मार्ग निर्माण, बिजली व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना, समाज कल्याण से जुड़ी समस्याओं को सदस्यों ने उठाया। सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने सदस्यों की समस्याओं को प्रमुखता से लेने व निस्तारित कराने के निर्देश दिए। सीडीओ सौम्या पांडेय ने कहा जनप्रतिनिधि और अधिकारी दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। दोनों एक-दूसरे के सहयोग से जनपद के अधिकांश समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। बैठक में अधिशासी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद, अभियंता मंजू सिंह, परामर्शदाता यज्ञेश सिंह, लेखाकार लाल बहादुर, मयंक तिवारी, सांसद प्रतिनिधि श्याम सिंह सिसौदिया मौजूद रहे।