छह दिन से लापता किसान का रेलवे लाइन किनारे मिला शव, हत्या का आरोप
संवाद सहयोगी झींझक (कानपुर देहात) मंगलपुर के रानेपुर गांव के किसान लाखन का शव कंचौ
संवाद सहयोगी, झींझक (कानपुर देहात) : मंगलपुर के रानेपुर गांव के किसान लाखन का शव कंचौसी रेलवे फाटक के पास पानी भरे गड्ढे में मिला। वह छह दिन से लापता थे और तलाश चल रही थी। स्वजन ने गांव के चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया और हंगामा किया। मुआवजे व कार्रवाई की मांग को लेकर पिकअप से शव नीचे उतार लिया और पांच घंटे तक उठने नहीं दिया। शव उठाने की कोशिश कर रही पुलिस से महिलाएं भिड़ गईं। एसडीएम व सीओ ने किसी तरह से समझाकर शांत कराया और शव को कब्जे में लिया। आरोपित ग्रामीणों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।
45 वर्षीय किसान लाखन 25 सितंबर को रात 10 बजे गांव के अरविद उसके भाई रामगणेश, बाबू व पड़ोस के भगवानदीन के साथ घर से निकले थे। इसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चला और 28 सितंबर को थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। शुक्रवार सुबह बलरामपुर गांव के लोगों ने कंचौसी रेलवे फाटक के पास पानी भरे गड्ढे में लाखन का शव देखा। पत्नी गीता देवी ने पति के रूप में शिनाख्त की। इसके बाद बेटी दीपिका, बेटे आकाश का रोकर बुरा हाल हो गया। स्वजन व ग्रामीण हंगामा करने लगे। चारों ग्रामीण जो घर से ले गए थे, उन पर हत्या का आरोप लगाया। पुलिस पहुंची और छानबीन की। पिकअप में शव रखकर पुलिस ले जाने लगी तो उसके आगे महिलाएं बैठ गईं और मुआवजे की मांग करने लगीं। पुलिस समझा ही रही थी कि कुछ ग्रामीण व महिलाएं पिकअप से शव नीचे उतारने में जुट गईं। जब पुलिस ने मना किया तो महिलाएं व ग्रामीण पुलिस से भिड़ गए और जबरन शव उतार कर नीचे रख लिया। एसडीएम आरके राजवंशी व सीओ आशा पाल पहुंचे और समझाया। एसडीएम ने अपने तरफ से 10 हजार रुपये गीता को दिए और मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इससे छह घंटे बाद शव को कब्जे में लिया जा सका। थाना प्रभारी मंगलपुर चंद्रदेव यादव ने बताया कि अरविद, रामगणेश, बाबू व भगवानदीन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का सही कारण पता चलेगा उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
गले में लिपटा मिला गमछा
लाखन के गले से गमछा लिपटा मिला। स्वजन ने बताया कि वह यह गमछा लपेटे हुए थे जहां शव मिला वहीं बगल में जामुन का पेड़ है। ऐसे में लोग फांसी के साथ ही गला कसकर हत्या के कयास लगाते रहे। शव सड़ गल जाने से सही से जांच नहीं की जा सकी। वहीं मौत कई दिन पहले हो गई थी।
सही जांच न करने का लगाया आरोप
गीता ने एसडीएम व सीओ से स्थानीय पुलिस के सही से जांच न करने व अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया। उनका कहना था कि सही से जांच की होती तो पति का पहले ही पता चल चुका होता। इस पर एसडीएम ने जांच कराने की बात कही।