टूटी पुलिया से कर रहे खतरों भरा सफर
संवाद सहयोगी भोगनीपुर मलासा ब्लॉक के बरौर कस्बा के पास बरौर रजबहे की तीन वर्ष पूर्व टू
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : मलासा ब्लॉक के बरौर कस्बा के पास बरौर रजबहे की तीन वर्ष पूर्व टूटी पुलिया अभी तक न बनवाए जाने से ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे है।
मलासा ब्लॉक के बरौर कस्बा के पास बम्हनौती मार्ग पर बरौर रजबहे मे पुलिया बनी हुई थी। इस पुलिया से बम्हनौती, मुरलीपुर, जलालपुर, अनन्तापुर, डोभा, हिम्मथार आदि दर्जनों गांवों के लोग कस्बा बरौर आते-जाते थे। इन गांवों के किसान भी अपनी कृषि उपज बेचने के लिए बरौर मंडी जाते थे। स्कूली बच्चे भी यहीं से गुजरते है। तीन वर्ष पूर्व बरौर-बम्हनौती मार्ग में बरौर रजबहे पर बनी पुलिया टूट जाने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने आवागमन करने के लिए टूटी पुलिया में रजबहे के ऊपर सीमेंट के पाइप रख लिए हैं। जिससे पैदल राहगीर पर दोपहिया वाहन चालक जान जोखिम में डालकर आवागमनकर रहे हैं। पुलिया टूटी होने के कारण किसानों को अपनी कृषि उपज बेचने के लिए ट्रैक्टर लेकर तीन किलोमीटर दूर चक्कर लगाकर किशोरपुर गांव होते हुए बरौर जाना पड़ रहा है। बम्हनौती के ग्राम प्रधान अरुण सचान, दीपक कश्यप, मुरलीपुर के ग्राम प्रधान रामपाल सिंह, श्याम द्विवेदी, धर्मेंद्र सचान, जलालपुर के शत्रुघ्न सिंह, अनंतापुर के ग्राम प्रधान महेन्द्र सिंह यादव, योगेन्द्र त्रिवेदी आदि ने बताया कि बरौर-बम्हनौती मार्ग पर रजबहे की टूटी पुलिया बनवाने के लिए कई प्रार्थना पत्र तहसील दिवसों में दिए गए हैं, लेकिन पुलिया का निर्माण नहीं कराया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। नहर विभाग के जेई सुमिरन कुमार ने बताया कि बरौर रजबहे की टूटी पुलिया बनाने के लिए एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय भेजा गया है, लेकिन अभी क धन स्वीकृत न हो पाने के कारण पुलिया का निर्माण नहीं हो सका है। धन स्वीकृत होते ही पुलिया का निर्माण कराया जाएगा।