आयुष्मान कार्ड बनाने को बेहतर काम करने पर दिया प्रशस्ति पत्र
जागरण संवाददाता कानपुर देहात आयुष्मान योजना के तहत कार्ड धारकों के उपचार में अस्पताल
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : आयुष्मान योजना के तहत कार्ड धारकों के उपचार में अस्पताल लापरवाही न करें। सरकारी अस्पताल में प्रति माह 100 व निजी अस्पताल में प्रति माह कम से कम दो सौ मरीजों का उपचार किया जाए। लापरवाही करने वाले अस्पताल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान आयुष्मान कार्ड बनाने वाले आयुष्मान मित्र व अस्पताल संचालकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
डीएम जेपी सिंह की अध्यक्षता में गोल्डन
कार्ड की समीक्षा बैठक आयोजित की गई है। बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि गोल्डन कार्ड बनाने के मामले में जिला 11वें स्थान पर है जबकि इस्तेमाल के संबंध में 45वें स्थान पर है। इसमें सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गोल्डन कार्ड अभियान में जो भी लोग कार्य कर रहे हैं उनके पैसे का भुगतान शीघ्र किया जाए। सीएमओ डा. एके सिंह ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं, जिससे जिले में आयुष्मान लाभार्थी परिवारों की संख्या 152113 पहुंच गई है। गोल्डन कार्ड धारकों को बेहतर उपचार देने पर डा. अनूप सचान व गौरी हास्पिटल के डा. संजय त्रिपाठी व आयुष्मान मित्र रेशमा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही आयुष्मान दिवस पर विशाल कुमार, बबली देवी, कमलेश, सोनू गौतम, संध्या, पुष्पा देवी, पुष्पेंद्र, पूजा देवी, खुशबू, सीमा सहित अन्य परिवारों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए गए। उन्होंने कहा कि यह बात प्रमुखता नहीं रखती है कि जनपद में कितने गोल्डन कार्ड बनाए गए बल्कि महत्व इस बात का है कि कार्ड से कितने लाभार्थियों को लाभ मिल रहा है। वहीं राजावत हास्पिटल में आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज न किए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताई और दोबारा गलती होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। आयुष्मान प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत लाभार्थी परिवारों के 97282 आवेदन प्राप्त हुए जबकि मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के अंतर्गत 3893 आवेदन प्राप्त हुए।