मंदिर में बुजुर्ग ने तमंचे से गोली मार दी जान

जागरण संवाददाता कानपुर देहात अकबरपुर के बारा गांव में बुजुर्ग रामनरेश शुक्ला ने घर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 11:08 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 11:08 PM (IST)
मंदिर में बुजुर्ग ने तमंचे से गोली मार दी जान
मंदिर में बुजुर्ग ने तमंचे से गोली मार दी जान

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : अकबरपुर के बारा गांव में बुजुर्ग रामनरेश शुक्ला ने घर के पास बने मंदिर में तमंचे से कनपटी पर गोली मार कर आत्महत्या कर ली। उनके बेटे ने जब शव के पास में तमंचा देखा तो हत्या की आशंका जताई। एसपी अनुराग वत्स व फील्ड यूनिट की टीम ने पहुंचकर घटनास्थल पर छानबीन की। तलाशी में दिवंगत के शर्ट के जेब से सुसाइड नोट बरामद हुआ। सुसाइड नोट में चार वर्ष से मानसिक तनाव में होने से परेशान होकर जान देने की बात लिखी थी।

बारा गांव के 67 वर्षीय रामनरेश शुक्ला ने घर से करीब 150 मीटर दूर शिव मंदिर बनवाया हुआ था। वह रोज सुबह मंदिर की तरफ टहलने जाते थे। रविवार सुबह वह निकले और मंदिर में पहुंचकर 315 बोर के तमंचे से दाएं तरफ कनपटी पर गोली मार जान दे दी। गोली की आवाज घर तक नहीं पहुंची। कुछ देर बाद उनके बेटे मनीष शुक्ला गोबर फेंकने मंदिर की तरफ गए थे, जब उनकी नजर गई तो होश उड़ गए। पास में ही तमंचा पड़ा देख उन्हें आशंका हुई कि किसी ने पिता की हत्या कर दी। एसपी अनुराग वत्स, अकबरपुर कोतवाल तुलसीराम पांडेय व फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जब पुलिस ने दिवंगत के कपड़ों की तलाशी ली तो उसमें से सुसाइड नोट बरामद हुआ। सुसाइड नोट में लिखा था कि मैं चार वर्ष से मानसिक रूप से परेशान चल रहा हूं जिसके चलते यह कदम उठा रहा हूं। इसमें मेरे घर वालों का कोई लेना देना नहीं है। एक दिन जब मैं चारा काटने गया था तब मुझे यह तमंचा व कारतूस खेत में पड़ा मिला था जिसे मैंने किसी से नहीं बताया और चुपचाप रख लिया। मेरे घर वालों को परेशान न किया जाए। बेटे मनीष ने बताया कि पिता का इलाज कानपुर में डॉक्टरों से चल रहा था, लेकिन कोई फायदा नहीं मिला। इधर मौत की जानकारी पर दिवंगत की पत्नी सुषमा बेटी ज्योति के घर से यहां पहुंचीं, एसपी अनुराग वत्स ने बताया कि मानसिक तनाव में बुजुर्ग ने जान दी है।

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