सचेत करने वाले ही हो गए 'अचेत', लगातार बढ़े चालान और वाहनों को सीज करने के आंकड़े

सचेत करने वाले ही हो गए अचेत लगातार बढ़े चालान और वाहनों को सीज करने के आंकड़े

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 12:38 AM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 06:03 AM (IST)
सचेत करने वाले ही हो गए 'अचेत', लगातार बढ़े चालान और वाहनों को सीज करने के आंकड़े
सचेत करने वाले ही हो गए 'अचेत', लगातार बढ़े चालान और वाहनों को सीज करने के आंकड़े

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: सड़क पर वाहनों की रफ्तार, उनके चलने के नियमों पर निगरानी करने वाले उन्हें सचेत करने के बजाय स्वयं अचेत हैं। हाईवे पर वाहनों की मनमानी ही हादसों की संख्या बढ़ा रही है। हैवी वाहन जहां चाहे वहां पार्क होते हैं। यह नियमों की अनदेखी बड़ी दुर्घटना का कारण बनती है। यदि कभी कभार सड़क सुरक्षा के तहत अभियान चलता भी है तो चालान, सीज और वसूली इन्हीं तक मामला सिमट कर रह जाता है।

माती ओवरब्रिज के पास सुबह से ही डग्गामार वाहनों की लाइन लगनी शुरू हो जाती है। इसी रोड से माती, औरैया, इटावा, कानपुर जाने के लिए सवारियों का भी जमावड़ा होता है। अधिकारियों का काफिला भी यहीं से गुजरता है। इसके बाद भी रोड के पास दुकानों के सामने डग्गामार वाहनों की धमाचौकड़ी पूरे दिन बनी रहती है। तैनात ट्रैफिक पुलिस देखती रहती है पर करती कुछ नहीं। जब जागती भी है तो धड़ाधड़ दो पहिया, और चार पहिया वाहन चालकों के चालान काट कर अपना आंकड़ा दुरुस्त कर लेती है। कागजों में सब फिट

नवंबर में ट्रैफिक पुलिस और एआरटीओ ने करीब साढ़े चार सौ छोटे-बड़े वाहन चालकों पर कार्रवाई की। वहीं जागरूकता के नाम पर केवल स्लोगन लिखी तख्ती लेकर रैली, और स्कूलों में गोष्ठी कर काम समाप्त हो गया। हकीकत देख लीजिए

अकबरपुर ओवरब्रिज के पास से कानपुर नगर के लिए 15 से 20 वाहन डग्गामार लगे हुए हैं। पुखरायां के लिए टेंपो, और अन्य डग्गामार वाहन भी लगे रहते हैं। सवारियों से मनमानी करने के साथ यह वाहन चालक सवारियों को ठूंस कर उनकी जिदगी से खिलवाड़ करते हुए फर्राटा भरते हैं। जबकि यहां सीएनसी रोडवेज बसें भी लगी रहती हैं। पुलिस की मदद से यह वाहन चालक रनियां कस्बे में और भोगनीपुर, पुखरायां हाईवे किनारे भारी वाहन खड़े रहते हैं। नियम अनुसार हाईवे किनारे बेवजह वाहन नहीं खड़े कर सकते हैं। जांच के नाम पर करते परेशान

वहीं दो पहिया वाहनों की जांच और चालक के हेलमेट की जांच को लेकर भी खानापूर्ति होती है। परिवहन विभाग के मानकों पर गौर करें तो बिना आइएसआइ मार्क वाले हेलमेट अवैध हैं। बगैर आइएसआइ मार्क वाले हेलमेट पहनकर बाइक ड्राइव करने या उसपर बैठने पर चालान का नियम है। हाफ हेलमेट तो स्वीकार्य हैं, बशर्ते कि वह आइएसआइ हो।विभाग बिना हेलमेट के मामलों में तो चालान कर देता है, लेकिन आइएसआइ हेलमेट है कि नहीं इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। बाइक के पीछे बिना हेलमेट पहन कर न बैठना भी गैर कानूनी है, लेकिन इस पर कोई सख्ती नहीं हो रही है। सड़क पर चलने के नियम

सबसे जरूरी है कि सड़क से संबंधित मूल नियमों का ईमानदारी से पालन किया जाए। चाहे सड़क पर चलने वाले लोग हों या वाहन। चालक यदि सभी नियमों का सही तरीके से पालन करेंगे तो दुर्घटनाएं कम होंगी।

सुरक्षा नियमों का पालन बच्चों को सिखाना बहुत जरी है। चलते वक्त हमेशा फुटपाथ का उपयोग करें जहां फुटपाथ न हों, वहां सड़क के एकदम बाईं ओर ही चलें।

कभी धैर्य खोकर जल्दबाजी न दिखाएं, सिग्नल तोड़कर या सामने से गाड़ी को आता देख दौड़कर रोड क्रॉस कभी न करें।

सड़क क्रॉस करते व़क्त जेब्रा क्रॉसिग सिग्नल, सब-वे, फुट ओवर ब्रिज का उपयोग करें। जिन जगहों पर ये सुविधाएं न हों, वहां सुरक्षित जगह देखकर क्रॉस करें।

ग्रीन सिग्नल के वक्त ही रोड क्रॉस करें या फिर यदि वहां ट्रैफिक पुलिस है, तो उसके निर्देशों के अनुसार सड़क क्रॉस करें।

जो लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें भी ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी भागकर बस न पकड़ें। हमेशा कतार में रहें और उसी के अनुसार बस में चढ़ें।

बस में हैंडल पकड़कर रखें, उतरते वक्त भी बस के पूरी तरह से रुकने पर ही उतरें, चलती बस से कभी न उतरें।

सड़क क्रॉस करते वक्त या सामान्य रूप से सड़क पर चलते व़क्त भी मोबाइल या हैंड्सफ्री का इस्तेमाल न करें, यदि बात करनी है, तो एक सुरक्षित जगह देखकर, रुककर बात करें।

हैंडसेट को तेज वॉल्यूम पर रखकर गाने सुनते हुए न चलें। सड़क क्रॉस करते समय दोनों तरफ अच्छी तरह देखकर ही क्रॉस करें।

नियमों का करें पालन

वाहन चालक कार चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें। वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। ट्रैफिक संकेतों का पालन करें। वाहन चालकों को लगातार नियमों की जानकारी दी जा रही है, पालन न करने पर कार्रवाई होती है।

उमाशंकर यादव, एआरटीओ कानपुर देहात

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