इच्छाशक्ति के बल पर उदनापुर गांव में हुए बेहतर कार्य
संवाद सहयोगी डेरापुर क्षेत्र के उदनापुर गांव की सूरत ही पांच वर्ष में बदल गई। यहां सड़क
संवाद सहयोगी, डेरापुर : क्षेत्र के उदनापुर गांव की सूरत ही पांच वर्ष में बदल गई। यहां सड़कों को पहले से अधिक बेहतर किया गया तो गांव में ही अंत्येष्टि स्थल का निर्माण होने से अब लोगों को दूर नहीं जाना होता। इसके आवास व शौचालय की सुविधा अधिकांश लोगों को मिली है। यहां के काम के कारण ही मुख्यमंत्री पंचायत पुरस्कार से ग्राम पंचायत को नवाजा गया।
उदनापुर गांव में चमचमाता पंचायत भवन हैं जहां बैठकर ग्रामीण व अधिकारी विकास कार्यों का खाका खींचते हैं। यहां पर रोजाना कोई न कोई ग्रामीण पहुंचकर अपनी सलाह व समस्या बताता है। वहीं मॉडल स्कूल में बढि़या टाइल्स, बागवानी, रसोई समेत कई काम किए गए। अब यह स्कूल पहले के मुकाबले बच्चों को काफी लुभाता है और अभिभावक भी इससे काफी खुश हैं। यहां पर पक्की नाली, सीसी व इंटरलॉकिग सड़क से आवागमन काफी सुगम हुआ है। अंत्येष्टि स्थल को गांव के बाहर काफी बड़े क्षेत्र में बनाया गया है। निवर्तमान प्रधान विनीता यादव कहतीं हैं कि ग्रामीणों ने उन्हें बड़े विश्वास के साथ चुना था, इसलिए विकास कार्य को प्राथमिकता में रखा और सभी के सहयोग से यह संपन्न हो सका।
क्या कहते हैं ग्रामीण
- हमारे गांव में पहले के मुकाबले काफी सुविधाओं में इजाफा हुआ है। सभी काफी खुश हैं और पानी निकासी, आवागमन समेत दूसरी समस्या अब नहीं होती है।
मान सिंह
- पंचायत भवन काफी आकर्षक बना है जहां सभी बैठकर चर्चा करते हैं कि कैसे गांव को आगे बढ़ाया जाए। इसके अलावा पक्की सड़क, अंत्येष्टि स्थल के काम काफी अच्छे हुए हैं।
देवीशंकर