खराब सड़क व नशा हादसों की बनता वजह
जागरण संवाददाता कानपुर देहात मार्ग दुर्घटना में लोग अपनी जान गंवाते हैं या घायल हो जाते ह
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : मार्ग दुर्घटना में लोग अपनी जान गंवाते हैं या घायल हो जाते हैं तो इसके पीछे कई कारण हैं। उनमें भी सबसे अधिक खराब सड़क व नशा दोषी है। जिले में ज्यादातर हादसे इन दो वजह से ही हुए हैं।
खराब सड़क से हादसों की बात करें तो दूसरे कारणों से यह सबसे प्रमुख है। हादसा होने से जान तो जाती है अगर बच गए तो अस्पताल में भर्ती होकर अपंगता के साथ आर्थिक हानि भी झेलनी होती है। जिले में सिकंदरा, झींझक व रसूलाबाद की जर्जर सड़क इनमें सबसे अधिक जानलेवा है। कई सड़क पर गड्ढे ऐसे कि खुले वाहन में तेजी से पकड़कर न बैठें तो नीचे गिरकर सीधे अस्पताल पहुंच सकते हैं। साल भर में होने वाले हादसों में करीब 35 फीसद संख्या केवल खराब सड़क के चलते हताहत होते हैं। वहीं जिला अस्पताल या सीएचसी में आने वाले घायलों में डॉक्टरों की मानें तो हर 10 व्यक्ति में तीन से चार लोग नशे के कारण इसका शिकार हो जाते हैं। यही वजह रही कि पहले हाईवे के किनारों से ठेकों को हटाने के आदेश दिए गए थे, लेकिन फिर मामला वही ढाक के तीन पात वाला हो गया। नशे में होने के बाद इन्हें खुद की तो फिक्र होती नहीं और दूसरे वाहन सवारों के लिए भी यह कई बार खतरा बन जाते हैं। गलत पार्किंग व नियमों की अनदेखी जिदगी पर पड़ रही भारी
हाईवे पर भारी वाहनों के लिए पार्किंग निर्धारित जगहों पर बनी हुई है, लेकिन हकीकत यह है कि यहां पर शायद ही कोई अपने वाहन पार्क करे। ज्यादातर आबादी क्षेत्र या जहां मन हुआ वहां सड़क किनारे ट्रक व कंटेनर खड़े कर दिए जाते हैं। कोहरे के समय यही सबसे ज्यादा खतरा दूसरे वाहन सवारों के लिए बनते हैं और दृश्यता कम होने से दूसरे वाहनों से भिड़ंत हो जाती है। वहीं भारी वाहनों पर रिफ्लेक्टर न होना, कोहरे के समय चेतावनी लाइट न जलाना भी हादसों का कारण बन जाते हैं।