दोपहर बाद बिगड़ने लगी जिला अस्पताल में व्यवस्था
जागरण संवाददाता कानपुर देहात जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन की शुरूआत काफी अच्छी रही लेि
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन की शुरूआत काफी अच्छी रही, लेकिन दोपहर बाद व्यवस्था धड़ाम होने लगी। डीएम डॉ. दिनेशचंद्र के जाते ही कुछ कर्मचारियों ने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी। पुलिस भी अपने स्थान से दूसरी जगह पहुंच गई।
प्रथम काउंटर से जिम्मेदारों की जगह दूसरा स्टाफ मौजूद हो गया। पूछने पर उन्होंने बताया कि सीएमएस ने उन्हें बुलाकर यहां बैठाया है उनकी ड्यूटी एनआरसी में है। वहीं झींझक सीएचसी में थर्मल स्कैनर खराब हो गया, जिससे कुछ देर वैक्सीनेशन प्रभावित रहा। बाद में दूसरी मशीन मंगाई गई। प्रथम काउंटर से गायब हुआ स्टाफ
जिला अस्पताल अकबरपुर में स्वास्थ्य कर्मियों के वैक्सीनेशन का कार्य जारी थी इसी बीच प्रथम काउंटर पर पहचान पत्र की जांच के साथ थर्मल स्कैनिग व हैंड सैनिटाइजेशन, मास्क के साथ टोकन उपलब्ध कराने वाली टीम यह कहते हुए चली गई कि पुरुष अस्पताल के सारे लोगों को टोकन दे दिए हैं अब महिला अस्पताल के लोग टोकन व अन्य जिम्मेदारी निभाएंगे जबकि पूरे 100 लोगों की सूची उनके पास मौजूद थी। काउंटर खाली होने के बाद प्रथम प्रक्रिया पूरी कराने के लिए महिला अस्पताल का स्टाफ इधर-उधर भटकता रहा। इसके बाद भी जिम्मेदारों ने पहले काउंटर पर किसी को बैठाने की जरूरत नहीं समझी। इसके बाद वैक्सीनेशन के लिए निर्धारित समय तक यह काउंटर खाली ही रहा। सर्वर प्रभावित होने से बीच-बीच में प्रभावित रहा कार्य
वैक्सीनेशन के पहले टीका लगने वाले प्रत्येक का पोर्टल पर विवरण दर्ज कराया जा रहा था टीका लगने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर ओटीपी आने के बाद सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद ही टीका लगाने की व्यवस्था थी। इस बीच नेटवर्क के धड़ाम हो जाने से पोर्टल पर फीडिग का कार्य प्रभावित हो गया तो वैक्सीनेशन प्रभावित हुआ। जिला अस्पताल में ऐसी स्थिति कई बार देखने को मिली।
कुछ लोगों ने तोड़ा प्रोटोकॉल
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर गाइडलाइन निर्धारित की गई थी इसका पालन कराने की जिम्मेदारी प्रशिक्षण के दौरान वैक्सीनेटरों को समझाई और ड्राई रन के दौरान परखी गई थी। इसके बावजूद जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन कक्ष के आंकड़ों और आधा घंटा इंतजार करने वाले कक्ष के रजिस्टर में अंतर था। दोपहर 2:43 बजे वैक्सीनेशन कक्ष के रिकार्ड में संख्या 72 थी जबकि आधे घंटे इंतजार कक्ष में 61 लोगों के ही नाम दर्ज थे इससे साफ जाहिर होता है कुछ लोगों ने प्रोटोकॉल को जरूर तोड़ा है। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि टीका लगने के बाद एक कर्मी की यही ड्यूटी थी कि वह टीका लगने वाले व्यक्ति को विशेष कक्ष में ले जाए और आधे घंटे तक वहीं बैठाकर उसके व्यवहार पर नजर रखे।
जिले में वैक्सीनेशन के आंकड़े
केंद्र का नाम महिला पुरुष कुल संख्या
जिला अस्पताल अकबरपुर 24 52 76
सीएचसी पुखरायां 67 19 86
सीएचसी झींझक 59 29 88