बरौर की मड़ैया में बना आदर्श तालाब हुआ बदहाल
संवाद सहयोगी भोगनीपुर गिरते भूगर्भ जलस्तर को लेकर शासन की ओर से तालाबों को संरक्षित कर
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : गिरते भूगर्भ जलस्तर को लेकर शासन की ओर से तालाबों को संरक्षित करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण बरौर की मड़ैया में बना तीन बीघे का आदर्श तालाब बदहाल हो गया। लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी जिम्मेदारों ने तालाब में पानी भराना मुनासिब नहीं समझा।
मलासा ब्लाक की ग्राम पंचायत बरौर के मजरा मड़ैया गांव में करीब 10 वर्ष पूर्व तीन बीघे में फैले तालाब की खोदाई कराई गई थी। इसके साथ ही चाहरदीवारी बनाकर तालाब के चारों ओर पौधारोपण भी किया गया था। सुबह-शाम वहां पहुंचने वाले लोगों के बैठने के लिए बेंच भी डलवाई थी। इससे न केवल गांव के लोग बल्कि आसपास के राहगीर भी वहां बैठते थे। तालाब के चारों ओर घाट बनाए गए थे, जिससे ग्रामीण नहाने के लिए भी जाते थे। सुंदरीकृत हुए तालाब की छटा मनोरम होने से झील नुमा नजारा लगता था, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी ऐसी हुई को उन्होंने दोबारा सुध लेने भी मुनासिब नहीं समझा। इससे तालाब बदहाल हो गया। अब न ही वहां चहारदीवारी रही और न ही पौधे। प्रशासनिक उदासीनता का फायदा ग्रामीणों ने भी उठाया, जिससे कंटीले तार, लोगों के बैठने के लिए डाली गई बेंच ही नहीं बल्कि गेट भी नहीं रहा। वहीं अब लोगों ने वहां गोबर डालना उपले बनाना शुरू कर दिया, जिससे आदर्श तालाब बदहाल हो गया। मलासा ब्लाक के एडीओ पंचायत हरीओम सक्सेना ने बताया कि बरौर की मड़ैया गांव स्थित आदर्श तालाब में पानी न भराए जाने के बारे में जानकारी नहीं है। शीघ्र ही पंचायत सचिव से रिपोर्ट तलब कर तालाब में पानी भरवाने की व्यवस्था की जाएगी।