जिला अस्पताल में एसीएमओ ने दलालों के खिलाफ चलाया धरपकड़ अभियान
जागरण संवाददाता कानपुर देहात जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को बरगलाकर प्राइवेट अस्पता
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को बरगलाकर प्राइवेट अस्पतालों में ले जाने वाले दलालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। एसीएमओ के नेतृत्व में टीम ने जिला अस्पताल पुरुष व महिला में घूमकर दलालों को पकड़ने का अभियान चलाया। भनक लगते ही दलाल वाहनों सहित मौके से भाग निकले। वहीं दलालों को चकमा देने के लिए टीम पुलिस के साथ दोबारा शाम के समय जिला अस्पताल गेट पर जम गई और कई संदिग्ध से पूछताछ की।
लंबे समय से जिला अस्पताल पुरुष व महिला विग में अकबरपुर में संचालित प्राइवेट अस्पतालों के दलाल सक्रिय हैं। अस्पताल में आने वाले भोले भाले मरीजों को बेहतर उपचार का झांसा देकर अपने चंगुल में फंसा लंबी कमाई करने वाले दलालों का धंधा फल फूल रहा है। दलालों पर नकेल कसने के लिए कई प्रयास हुए लेकिन खानापूर्ति व जिला अस्पताल के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से किसी दलाल पर सख्त कार्रवाई नहीं हो सकी, जिसके चलते दिन पर दिन उनके हौसले बढ़ते चले गए। दलालों का आतंक इस कदर बढ़ा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को सरकारी अस्पताल के खिलाफ भड़काकर ले जाने के साथ गंभीर मरीज को अपने वाहन में अस्पताल गेट से ही लेकर चले जाना आम बात हो गई। एसीएमओ डा. सुखलाल वर्मा ने डा. मोहन झां व दारोगा राजेश राठौर की टीम के साथ गुरुवार जिला अस्पताल पुरुष व महिला में दलालों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया। यहां पर संदिग्धों से पूछताछ करने के साथ परिसर में खड़े वाहनों के बारे में गहनता से छानबीन की। इस दौरान कुछ दलाल वाहनों में मरीजों को लादते हुए नजर आए पर टीम को देखकर मौके से भागने में सफल हो गए। वहीं टीम ने दलालों पर प्रभावी कार्रवाई को लेकर पुलिस फोर्स के साथ शाम के समय भी अस्पताल परिसर व अकबरपुर माती रोड जिला अस्पताल सड़क पर जाल बिछा दिया चेकिग अभियान शुरू किया। यहां से गुजरने वाले प्राइवेट एंबुलेंस व अन्य वाहनों के माध्यम ले जाए जा मरीजों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। कुछ संदिग्ध मिलने पर उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। अभियान देर रात तक जारी रहा। स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों के सख्त मिजाज को देख दलालों में खलबली मची रही। एसीएमओ डा. एसएल वर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल में दलाली प्रथा पूरी तरह से खत्म करने के बाद भी अभियान बंद होगा। हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।