आठ माह में 10 रोजगार मेले और सिर्फ 1,131 को मिला रोजगार

जागरण संवाददाता कानपुर देहात बेरोजगार युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 07:41 PM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 07:41 PM (IST)
आठ माह में 10 रोजगार मेले और सिर्फ 1,131 को मिला रोजगार
आठ माह में 10 रोजगार मेले और सिर्फ 1,131 को मिला रोजगार

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बेरोजगार युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए सेवायोजन विभाग की ओर से पिछले आठ माह में 10 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया। प्रति मेले में हजारों रुपये विभाग की ओर से खर्च भी हुए। इससे उम्मीद थी कि जिले के अधिकांश युवाओं को रोजगार मिल सकेगा, लेकिन तमाम तैयारियों के बाद भी 25,427 के सापेक्ष मात्र 1,131 युवा ही रोजगार पा सके।

शासन की ओर से बेरोजगार युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए सेवायोजन विभाग को निर्देश दिए गए, जिसके तहत जिले में जनवरी 2021 से जुलाई माह तक 25,427 युवाओं ने रोजगार के लिए पंजीयन कराया। शासन से मिले निर्देशों के तहत विभाग की ओर से जनवरी से अगस्त माह तक आनलाइन 10 रोजगार मेले आयोजित किए गए। जनवरी माह में आयोजित मेले में जहां 11 कंपनियां शामिल हुईं वहीं फरवरी माह में 18 कंपनियों के माध्यम से युवाओं का चयन हुआ। वहीं आठ माह में 69 कंपनियों ने आनलाइन माध्यम से प्रतिभाग किया। विभाग की ओर से प्रति मेले में हजारों रुपये खर्च किए, लेकिन तमाम दावों के बाद भी नतीजा सिफर रहा, क्योंकि मेले मे शामिल हुए 4,620 युवाओं के सापेक्ष मात्र 1,131 लोगों को ही रोजगार मिल सका। वहीं जिन युवाओं को रोजगार मिला भी उनके साथ भी खोखले दावे किए गए, जिससे कुछ माह में ही उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए विवश होना पड़ा।

जैम पोर्टल के माध्यम से आउटसोर्सिंग भर्ती विभाग की ओर से की जाती है। सेवायोजन कार्यालय की ओर से विज्ञप्ति जारी की जाती, लेकिन विभाग व कंपनी की साठगांठ से खास लोगों को प्राथमिकता दी जाती है। पोर्टल में तकनीकी समस्या दिखाकर आवेदन के दौरान ही मानकों की अनदेखी होती है और कंपनी के खास लोगों के आवेदन स्वीकार होते हैं। वहीं कुछ घंटों में ही आवेदन लेना बंद कर दिया जाता है। इससे योग्य युवा आवेदन ही नहीं कर पाते।

- अरुण कुमार

- रोजगार मेले में आने वाली कंपनी साक्षात्कार के दौरान अच्छे वेतन के साथ ही कई खूबियां बताती हैं, लेकिन ज्वाइन करने के बाद वह मुकर जाती हैं। तय वेतन भी नहीं दिया जाता जबकि तय समय से अधिक ड्यूटी ली जाती है। इससे युवाओं को नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ता है। वहीं कई बार तो डमी कंपनी मेले में आती हैं और उनके कार्यालय जाने पर कुछ नहीं मिलता।

- अभिषेक

कोरोना संक्रमण के कारण मेले में कम कंपनियां शामिल हुईं, जिससे युवाओं को रोजगार देने की संख्या कम रही है। वहीं पोर्टल पर आवेदन को लेकर जो समस्याएं पिछली भर्ती में आई हैं उसे दुरुस्त किया जाएगा। - अंजली शर्मा, जिला रोजगार सहायता अधिकारी

माहवार आयोजित रोजगार मेले व प्रतिभागी

माह प्रतिभागी चयन

जनवरी 355 - 60

फरवरी 2448 - 682

मार्च (तीन) 962 - 262

जून (दो) 481 - 91

जुलाई (दो) 309 - 73

अगस्त 65 - 5

chat bot
आपका साथी