पक्षियों की तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई तो खुल सकता है चिड़ियाघर

दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद चिड़ियाघर प्रशासन व पशुपालन विभाग की बैठक में रणनीति बनाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 01:24 AM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 01:24 AM (IST)
पक्षियों की तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई तो खुल सकता है चिड़ियाघर
पक्षियों की तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई तो खुल सकता है चिड़ियाघर

-दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद चिड़ियाघर प्रशासन व पशुपालन विभाग की बैठक में किया गया विचार

-पक्षीलोक व पक्षीघर से रविवार को तीसरी बार हंस, बगुला व बतख समेत अन्य पक्षियों के नमूने भेजेगा प्रशासन जागरण संवाददाता, कानपुर : चिड़ियाघर में दो जंगली मुर्गों की बर्ड फ्लू से मौत के बाद किसी भी पक्षी की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है। दो बार पक्षी घर व पक्षी लोक से पक्षियों की सैंपलिग कर जांच के लिए भेजी जा चुकी है। राष्ट्रीय पशु अनुसंधान संस्थान बरेली से दो बार लगातार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद चिड़ियाघर खुलने की आस जगी है। इसे लेकर शनिवार को पशुपालन विभाग व चिड़ियाघर प्रशासन के बीच बैठक हुई। इसमें सहमति बनी कि अगर तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आ जाती है तो चिड़ियाघर खोलने पर विचार किया जा सकता है।

दो मुर्गों में बर्ड फ्लू का वायरस पाए जाने के बाद 10 जनवरी को चिड़ियाघर प्रशासन ने 20 पक्षियों के सैंपल राष्ट्रीय पशु अनुसंधान संस्थान बरेली भेजे थे। यह रिपोर्ट नेगेटिव आई। कुछ दिन बाद 21 जनवरी को 18 पक्षियों के नमूने दोबारा बरेली भेजे गए। यह रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई है। शासन ने कोई भी रिपोर्ट निगेटिव आने के 15 दिन बाद दर्शकों के लिए चिड़ियाघर खोले जाने पर विचार करने की गाइडलाइन तय की है। इस बात के चलते दो बार को रिपोर्ट नेगेटिव तो आई लेकिन 15 दिन की समय सीमा पूरी नहीं हुई। अब तीसरी बार चिड़ियाघर प्रशासन रविवार को पक्षियों के सैंपल भेजने जा रहा है। सहायक निदेशक अरविद कुमार सिंह ने बताया कि दो जंगली मुर्गों के बाद यहां के पक्षियों में बर्ड फ्लू का मामला कोई सामने नहीं आया है। पक्षियों में भी बीमारी के लक्षण नहीं दिख रहे हैं। बैठक में चिड़ियाघर निदेशक सुनील चौधरी, सहायक निदेशक अरविद सिंह व पशुपालन विभाग की डॉ. ऋचा राठौर समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

एक कबूतर मृत पाया गया

चिड़ियाघर के समीप आजादनगर में एक कबूतर मृत पाया गया। पशुपालन विभाग ने उसका सैंपल जांच के लिए भेज दिया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आरपी मिश्रा ने बताया कि जिन मुर्गों की सैंपलिग हुई थी उनमें से किसी में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है।

chat bot
आपका साथी