किसी का भी समर्थन करेगी बसपा, अंतरात्मा की आवाज पर मतदान कर सकेंगे जिला पंचायत सदस्य

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में बसपा ने किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करने का फैसला लिया है। बसपा के पांच सदस्यों पर सपा और भाजपा की निगाह बनी हुई है। बसपा के जिला पंचायत सदस्य किंग मेकर की भूमिका में हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 29 Jun 2021 07:59 AM (IST) Updated:Tue, 29 Jun 2021 07:59 AM (IST)
किसी का भी समर्थन करेगी बसपा, अंतरात्मा की आवाज पर मतदान कर सकेंगे जिला पंचायत सदस्य
कानपुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद की रस्साकसी।

कानपुर, जेएनएन। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में बसपा के पांच सदस्यों पर सपा और भाजपा ने नजरें लगा रखी हैं। बसपा ने भी अपने सदस्यों से कह दिया है कि वे जिसे चाहें वोट दें। पार्टी किसी भी उम्मीदवार के समर्थन के लिए नहीं कहेगी। पार्टी के इस फैसले से अब बसपा के जिला पंचायत सदस्य सपा या भाजपा किसी भी दल के उम्मीदवार को अपना वोट दे सकते हैं, उन पर पार्टी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होगी। अध्यक्ष बनने के लिए 17 वोट चाहिए।

32 सदस्यीय सदन में भाजपा ने पूर्व मंत्री कमल रानी वरुण की पुत्री स्वप्निल वरुण को चुनाव मैदान में उतारा है। स्वप्निल के समर्थन में 15 सदस्य हैं। उन्हें निर्दलीयों के साथ ही निषाद पार्टी के एक सदस्य का समर्थन मिल गया है। खुद और 15 अन्य सदस्यों के वोट के बाद भी स्वप्निल की जीत नहीं हो सकती क्योंकि उन्हें एक वोट की और जरूरत है। हालांकि भाजपा के रणनीतिकार कम से कम पांच वोट का जुगाड़ करना चाहते हैं ताकि नामांकन में गए सदस्यों में से अगर दो तीन भितरघात कर जाएं तो भी जीत सुनिश्चित रहे।

पार्टी की निगाह बसपा के साथ सपा के सदस्यों पर भी है। उधर, सपा के उम्मीदवार राजू दिवाकर भाजपा के खेमे में गए निर्दलीय सदस्यों को अपने पाले में लाने में लगे हुए हैं। वह बसपा सदस्यों के साथ निर्दलीयों से मिलकर अपनी बात रख रहे हैं। बसपा जिलाध्यक्ष राम शंकर कुरील का कहना है कि पार्टी सदस्यों को किसी उम्मीदवार के समर्थन के लिए नहीं कहेगी। वे अपनी अंतरात्मा की आवाज पर जिसे चाहें वोट दें।

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