Zika Virus in UP: इन लक्षणों से हैं परेशान तो तुरंत कराएं जीका की जांच, यहां जानें बचाव के तरीके
Zika Virus Symptoms Prevention and Treatment जीका वायरस का प्रथम केस सबसे पहले अफ्रीका के पूर्वी-मध्य क्षेत्र के युगांडा के जंगल में अप्रैल 1947 में बंदरों की प्रजाति रीसस मकाक में पाया गया था। काफी शोध आैर रिसर्च के बाद वर्ष 1952 में इसका नाम जीका रखा।
कानपुर, [शाश्वत गुप्ता]। Zika Virus Symptoms Prevention and Treatment पिछले कई दिनों से कानपुर समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जीका वायरस (Zika Virus) के मामले सामने आ रहे हैं। यूपी में सबसे पहले कानपुर शहर में जीका वायरस (Zika Virus) ने दस्तक दी थी। इसके बाद कन्नौज, लखनऊ और फिर उन्नाव में इसके मामले सामने आए थे। सिर्फ कानपुर की बात करें तो अब तक यहां पर कुल 139 सक्रिय केस हैं ,जिसमें से 123 मरीजों की पुन: कराई गई जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। अब यहां जीका (Zika Virus) के मात्र 16 सक्रिय केस ही बचे हैं। कोरोना के बाद सामने आए इस घातक वायरस के साथ जंग लड़ने के लिए सबसे पहले हमें इसके लक्षण के बारे में जानना अतिआवश्यक है। खबरों की इस कड़ी में हम आपको बताएंंगे मच्छरजनित जीका (Zika Virus) नामक खतरनाक वायरस के लक्षण और बचाव के अलावा कुछ रोचक तथ्य बताएंगे-
युगांडा में मिला था पहला केस: इस घातक संक्रमण का प्रथम केस सबसे पहले अफ्रीका के पूर्वी-मध्य क्षेत्र के युगांडा के जंगल में अप्रैल 1947 में बंदरों की प्रजाति रीसस मकाक में पाया गया था। काफी शोध आैर रिसर्च के बाद वर्ष 1952 में इसका नाम जीका (Zika Virus) रखा, क्योंकि युगांडा के जीका फारेस्ट (जंगल) में वायरस पाया गया था।
भारत में जयपुर से हुई शुरुआत: भारत में सर्वप्रथम जयपुर में जीका (Zika Virus) का मामला सामने आया था। जयपुर में इसके 22 संक्रमित मिले थे। स्वास्थ्य विभाग के पूर्व महामारी वैज्ञानिक एवं पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डा. देव सिंह ने बताया कि सितंबर 2018 को राजस्थान के जयपुर में जीका (Zika Virus) पहला मामला सामने आए थे, इसमें 22 लोग संक्रमित पाए गए थे। उसके बाद से केरल, तामिलनाडु, कर्नाटक और पूर्वोत्तर राज्यों में भी जीका (Zika Virus) संक्रमण के मामले पाए गए हैं।
लक्षण :
इस तरह फैलता है जीका : मच्छर के काटने से किसी गर्भवती महिला से उसके भ्रूण तक यौन संबंधों के जरिए ब्लड ट्रांसफ्यूजन से
बचाव के तरीके : पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें सोते समय मच्छरदानी का उपयाेग करें टायलेट सीट ढक कर रखें घर में आस-पास सफाई रखें असुरक्षित यौन संपर्क बनाने से बचें राहत न मिलने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें