उत्तर प्रदेश के बलिदानियों के सम्मान में भव्य द्वार और सड़कें बनवाएगी योगी सरकार

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि राज्य के विभिन्न दस जिलों के निवासी 19 बहादुर जवानों ने पिछले वर्ष जनवरी से अब तक मातृभूमि की रक्षा में अपना बलिदान दिया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 11:25 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 11:32 AM (IST)
उत्तर प्रदेश के बलिदानियों के सम्मान में भव्य द्वार और सड़कें बनवाएगी योगी सरकार
उत्तर प्रदेश के बलिदानियों के सम्मान में भव्य द्वार और सड़कें बनवाएगी योगी सरकार

लखनऊ [अजय जायसवाल]। जो लौट के घर न आए, उनके घरों तक पक्की सड़कें जाएंगी। भव्य द्वार और चमचमाती सड़कें उस आसमानी शौर्य की निशानी होंगी और राहगीरों को संदेश देंगी कि यह गांव-क्षेत्र देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले अमर बलिदानी का है। शहीदों के सम्मान में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के इस भावनात्मक फैसले के तहत पहले चरण में 19 बलिदानियों के नाम पर सड़क और भव्य द्वार बनाया जाएगा।

देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों के आश्रितों की सहयोग राशि को हाल ही में सरकार ने दोगुना किया है। अब ऐसे वीरों की निशानी को भी क्षेत्र के लिए स्थायी कर देने का निर्णय हुआ है। लोक निर्माण विभाग के मंत्री पद का भी दायित्व संभाल रहे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सूबे के बहादुरों के सम्मान में अब तक उनके घर के आसपास प्रतिमा आदि स्थापित की जाती थी। अब प्रदेश सरकार उनके नाम पर सड़क और भव्य तोरण द्वार बनवाएगी। यह सड़क बलिदानी के गांव-घर तक जाएगी।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि राज्य के विभिन्न दस जिलों के निवासी 19 बहादुर जवानों ने पिछले वर्ष जनवरी से अब तक मातृभूमि की रक्षा में अपना बलिदान दिया है। इनमें तीन मथुरा, जबकि दो अलीगढ़ के हैं। महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, चंदौली, गाजीपुर, आगरा, मैनपुरी, श्रावस्ती, कन्नौज, प्रयागराज, अमेठी, शामली, गाजियाबाद और बुलंदशहर के भी एक-एक बलिदानी हैं। सभी के घर तक सड़क बनाने के लिए कुल 32.26 किलोमीटर लंबाई की सड़क का निर्माण व मरम्मत करने के लिए 19.49 करोड़ रुपये की कार्ययोजना तैयार की गई है। जल्द ही सड़क बनाने का काम शुरू हो जाएगा।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि जिस गांव का बलिदानी होगा, उसकी मुख्य सड़क पर एक भव्य द्वार भी बनाया जाएगा। मौर्य ने बताया कि यूपी बोर्ड के मेधावी बच्चों के घर या स्कूल तक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम गौरव पथ के नाम से सड़कें पहले से ही बनाई जा रही हैं। अब केंद्रीय बोर्ड के मेधावी बच्चों के घर या स्कूल तक भी सड़क बनाई जाएगी।

इन बलिदानियों के सम्मान में सड़क : पंकज त्रिपाठी, विजय मौर्या, चंद्रभान चौरसिया, अवधेश यादव, अश्विनी यादव, जयवीर सिंह, सुभाष चंद्र, कौशल कुमार रावत, रामवीर, पंकज कुमार, सत्यवीर सिंह, राम वकील, सुशील चंद्र चौधरी, प्रदीप सिंह, महेश यादव, अरुण यादव, सतेन्द्र कश्यप, संजीव सिंह और आशुतोष।

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