BJP प्रदेश उपाध्यक्ष ने कृषि बिल विरोधी आंदोलन पर कसा तंज, कहा- किसान के भेष में दलाल कर रहे आंदोलन

भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई ने कहा कि 2017 से पहले की प्रदेश सरकारों ने सरकारी धन को व्यक्तिगत कामों में लगाया था और सरकारी मशीनरी का भी जमकर दुरुपयोग किया गया था।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 04:26 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 04:26 PM (IST)
BJP प्रदेश उपाध्यक्ष ने कृषि बिल विरोधी आंदोलन पर कसा तंज, कहा- किसान के भेष में दलाल कर रहे आंदोलन
कन्नौज में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए सलिल विश्नोई।

कन्नौज, जेएनएन। सदर विधानसभा क्षेत्र के भ्रमण पर आए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष तथा विधान परिषद सदस्य सलिल विश्नोई ने जहां प्रदेश सरकार की साढ़े चार साल की उपलब्धियां गिनाईं तो पूर्ववर्ती सरकारों को निशाने पर भी रखा। किसान आंदोलन पर उन्होंने कहा कि किसान के भेष में दलाल आंदोलन कर रहे हैं, जिसे देश की जनता बखूबी जानती है। 

सोमवार को भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई ने कहा कि 2017 से पहले की प्रदेश सरकारों ने सरकारी धन को व्यक्तिगत कामों में लगाया था और सरकारी मशीनरी का भी जमकर दुरुपयोग किया गया था। अब प्रदेश में भाजपा की सरकार है, जो पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से काम कर रही है। यह सरकार जनता के प्रति जवाबदेह भी है। यही वजह है कि साढ़े चार साल के कार्यकाल में सरकार पर एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा। प्रदेश में दलाली और ठेकेदारी प्रथा पूरी तरह समाप्त हो गई है। शासन से मिलने वाली पूरी धनराशि सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंच रही है। उन्होंने अखिलेश यादव के ईवीएम वाले बयान पर कहा कि वह पहले अपना गिरेबान झांक कर देखें। भाजपा की स्वच्छ छवि को देखकर अखिलेश को भय सता रहा है। यदि भाजपा ईवीएम में हेरफेर करती तो 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन को एक भी सीट हासिल नहीं होती। भाजपा स्वस्थ लोकतंत्र में विश्वास करती है। कन्नौज को अखिलेश अपनी रियासत समझते थे, लेकिन यहां की जनता ने उन्हें नकार दिया। किसान आंदोलन के बारे में उन्होंने कहा कि वास्तविक किसान तो अपनी खेती करने में लगा है। किसान के भेष मेेें विपक्षी दलों के कुछ दलाल नेता आंदोलन का जनता को गुमराह करना चाह रहे हैं, लेकिन जनता अब इनकी असलियत जान चुकी है। 

चकबंदी के लिए राजस्व परिषद को लिखेंगे पत्र: प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई ने बताया कि छिबरामऊ विधानसभा क्षेत्र के 34 गांवों के राजस्व अभिलेख जले हैं। इनके नए अभिलेख तैयार कराने के लिए राजस्व परिषद को पत्र लिखा जाएगा। उन्होंने जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत को पत्र बनाकर भेजने के लिए कहा। साथ ही कन्नौज के ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करवाने का भी आश्वासन दिया। इस दौरान पूर्व विधायक बनवारी लाल दोहरे, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी शरद मिश्र, जिला महामंत्री सौरभ कटियार भी उपस्थित थे।

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