कानपुर देहात को जालौन से जोड़ने वाला यमुना नदी पर बना पीपा पुल ट्रैक्टर निकलने से टूटा

कानपुर देहात को बुंदेलखंड के जालौन जिले से जोड़ने वाला यमुना नदी पर बना पीपे का पुल ट्रैक्टर निकलने से टूट गया। सिकंदरा तहसील क्षेत्र में बना यह पुल टूटने से कानपुर देहात व जालौन के बीच का संपर्क लगभग टूट गया।

By Sarash BajpaiEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 09:27 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 09:35 PM (IST)
कानपुर देहात को जालौन से जोड़ने वाला यमुना नदी पर बना पीपा पुल ट्रैक्टर निकलने से टूटा
कानपुर देहात में बेहमई गांव के पास यमुना पर बना पीपे का पुल टूट गया।

कानपुर, जेएनएन। बुंदेलखंड के जालौन जिले से सिकंदरा तहसील व क्षेत्र के अन्य गांव को जोड़ने वाला बेहमई पीपा पुल गुरुवार को ट्रैक्टर निकलने से टूट गया। ट्रैक्टर का ट्राली धंसने पर चालक ने कूद कर जान बचाई, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। इससे क्षेत्र के लोगों का जालौन से संपर्क टूट गया। अब उन्हें 60-70 किमी अधिक दूरी तय करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

यमुना नदी पर बेहमई गांव के पास पीपा पुल बना है, जिससे क्षेत्र के लोगों को आवागमन होता है। इस पुल के द्वारा ही सिकंदरा क्षेत्र के सैकड़ों गांव के लोगों का जालौन बुंदेलखंड आवागमन होता है। गुरुवार सुबह जालौन जनपद के चुर्खी गांव निवासी मेहताब सिंह अपना ट्रैक्टर लेकर बेहमई गांव मे बने यमुना नदी के पीपा पुल से गुजर रहे थे। इसी दौरान जर्जर पुल अचानक मध्य सीमा में टूट गया। तेज रफ्तार पानी की धार में जर्जर लकड़ी के 50 पटरे बह गए, जबकि ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर समेत पानी में डूबते डूबते बच गया।

इससे ट्राली फंस गई, जिस पर कड़ी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया। बेहमई गांव निवासी अकबर सिंह, उदयवीर सिंह, बालमुकुंद सिंह, पूर्व प्रधान गांधी सिंह ने बताया कि जालौन बुंदेलखंड सीमा को जोड़ने वाला बेहमई गांव के नाम से खोजारामपुर गांव के सामने पुल बनवाया जा रहा है। यमुना नदी पुल निर्माण पूरा न होने तक क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए पीपों के पुल का निर्माण कराया गया था। जेई राधेश्याम यादव ने बताया कि पुल पर कोई ओवरलोड वाहन के गुजरने से टूटने की सूचना मिली है। मजदूरों को भेजकर शीघ्र ही मरम्मत कराई जाएगी।

क्षेत्र के इन गांवों के लोग हुए प्रभावित

इससे क्षेत्र के अनुवा, दौडिय़ापुर, मिलनपुर, खटकर, इंद्रपुरा, गौरी रतन, बांगर, जैसलपुर, महादेवा, रतापुर, बुधौली, खासबरा, हरिहरपुर, उमरपुर, मिरगांव, बकसौंदी, दमनपुर, सोलापुर, गुबार, पिचौरा, राजपुर, सिकंदरा ही नहीं बल्कि करीब एक सैकड़ा गांव के लोगों का आवागमन इसी पीपा पुल से होता है।

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