खतरे के निशान की ओर बढ़ी यमुना व बेेतवा, गांवों की बिजली काटी, बचाव कार्य तेज

मौदहा बांध के अधिशाषी अभियंता करन पाल ने बताया कि देर रात तक यमुना व बेतवा के खतरे के निशान के निकट पहुंचने की संभावना है। बताया कि यमुना का यमुना नदी का खतरे का निशान 103.54 मीटर व बेतवा का 104.64 मीटर है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 07:35 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 07:35 PM (IST)
खतरे के निशान की ओर बढ़ी यमुना व बेेतवा, गांवों की बिजली काटी, बचाव कार्य तेज
लापरवाही : बेतवा नदी का जलस्तर लगातार जल स्तर बढ़ता जा रहा है।

हमीरपुर, जेएनएन। बेतवा में माताटीला बांध से बुधवार सुबह छोड़े गए 1.48 लाख क्यूसेक पानी व यमुना में धौलपुर बैराज के ओवरफ्लो होने से यमुना-बेतवा नदियां तेजी से खतरे के निशान की ओर बढ़ रही हैं। जिसे लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। जहां नगर स्थित दोनों ओर नालों को बंद कर जल निकासी की मंगलवार रात व्यवस्था कराई गई। इसके अलावा बिजली लाइनें डूबने से तटवर्ती कई गांवों की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है। इसे लेकर डीएम ज्ञानेश्वर त्रिपाठी व एसपी कमलेश दीक्षित ने मौके का निरीक्षण कर राहत कार्य के दिशा निर्देश दिए। मंगलवार देर रात आई धौलपुर में जलस्तर बढऩे से यमुना के निशान के ऊपर जाने की सूचना के बाद रात में ही जल निकासी को बने नाले के वाल्ब बंद करा कार्रवाई शुरू कर दी गई। बुधवार शाम पांच बजे यमुना 102.05 व बेतवा 101.55 का जल स्तर दर्ज किया गया। मौदहा बांध के अधिशाषी अभियंता करन पाल ने बताया कि देर रात तक यमुना व बेतवा के खतरे के निशान के निकट पहुंचने की संभावना है। बताया कि यमुना का यमुना नदी का खतरे का निशान 103.54 मीटर व बेतवा का 104.64 मीटर है। बताया कि पीछे से पानी का प्रवाह लगातार जारी है।

तटवर्ती गांवों की बिजली आपूर्ति ठप, फंसी मशीनें :नदियों का जलस्तर बढऩे के कारण हालांकि सड़कें ऊंची होने से अब तक कही आवागमन प्रभावित होने की सूचना नहीं मिली है। लेकिन बिजली लाइनें डूबने से विभाग द्वारा टिकरौली, पारा, सिडऱा समेत तटवर्ती करीब एक दर्जन गांवों की बिजली आपूर्ति बंद कर दी है। वहीं बेतवा पर बन रहे सामांतर पुल में कार्यरत मशीनें भी पानी से चारों ओर घिर गईं। वहीं अचानक नदियों का जलस्तर अधिक बढऩे से बेतवा पुल निर्माण में लगी मशीनें फंस गईं।

प्रशासन ने कराई ठहरने की व्यवस्था : फिलहाल अभी जिले के किसी भी गांव में पानी घुसने की सूचना नहीं है। टिकरौली, पारा, सिडऱा गांव के अलावा मुख्यालय के मेरापुर, भिलांवा गांव के किनारे पानी पहुंचा है। यदि और पानी नहीं छोड़ा जाता तो स्थिति नियंत्रण में रहेगी। फिलहाल लोगों के ठहरने को मुख्यालय के कुछेछा स्थित डिग्री कालेज व श्री विद्या मंदिर इंटर कालेज में व्यवस्था कराई गई है। -विनय प्रकाश श्रीवास्तव, एडीएम

chat bot
आपका साथी