वकील की आत्महत्या में झांसी जेल में निरुद्ध आरोपितों के होंगे लिखित बयान
महोबा में अधिवक्ता द्वारा आत्महत्या करने के मामले में जेल में बंद आरोपितों के लिखित बयान लिये जाएंगे। आरोपितों को सात दिन की न्यायिक रिमांड पर लिया गया है। इस मामले में ब्लॉक प्रमुख और उसके भतीजे अलग-अलग जेलों में रखे गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। महोबा में वकील मुकेश पाठक खुदकुशी प्रकरण में आरोपित ब्लॉक प्रमुख छत्रपाल यादव और उसके भतीजे को दूसरे जिले की जेलों में रखा गया है। पहले दिन इन दोनों के वीडियो कांप्रेसिंग के माध्यम से बयान लिए गए थे। अब इनके लिखित बयान लेने के लिए पुलिस उनकी जेलों में जाएगी। अन्य पांचों आरोपितों से दूसरे दिन भी पूछताछ की गई। मामले में सातों आरोपितों को पुलिस ने सात दिन की न्यायिक रिमांड पर लिया है। इस दौरान इनके घटना के प्रकरण से जुड़े मामलों के साथ संपत्तियों के संबंध में भी पूछताछ हो रही है।
वकील खुदकुशी प्रकरण में आरोपित ब्लॉक प्रमुख छत्रपाल यादव को हमीरपुर जेल में और उसके आरोपित भतीजे विक्रम को झांसी जेल में रखा गया है। सातों आरोपितों में इन दोनों से पुलिस ने पहले दिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ की थी। अब आरोपितों के दिए बयान को लिखित दर्ज करने के लिए पुलिस दूसरे जिले की जेलों में पहुंचेगी।
आरोपितों से पूछताछ कर रहे कबरई एसओ दीपक पांडेय ने बताया कि पहले दिन आरोपित ब्लॉक प्रमुख से पूछताछ के लिए हमीरपुर जेल जाकर लिखित बयान दर्ज किए जाएंगे। आरोपित विक्रम से भी उसके लिखित बयान झांसी जेल जाकर पुलिस द्वारा दर्ज किए जाएंगे।
मामले में पांच आरोपित महोबा की जेल में हैं। इसमें आरोपित आनंद मोहन यादव, रवि सोनी, मनीष चौबे, अंकित सोनी, अभय प्रताप सिंह से मंगलवार को भी पूछताछ की गई। इन सभी से जेल के अंदर ही न्यायिक रिमांड पर लेते हुए सात दिन तक पूछताछ होगी।
एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि वकील खुदकुशी प्रकरण में सातों आरोपितों को सात दिन की न्यायिक रिमांड पर लिया गया है। दो आरोपित दूसरे जिले की जेल में हैं उनसे वहां जाकर पुलिस टीम ने लिखित तौर पर उनके बयान दर्ज करेगी।
यह था मामला
13 फरवरी की देर रात महोबा के समदनगर निवासी मुकेश पाठक ने अपने आवास पर स्वयं को रायफल से गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी। इससे पूर्व आरोपित ब्लॉक प्रमुख छत्रपाल यादव पर साठ लाख रुपये की वसूली करने का मुकदमा वकील की तहरीर पर सदर कोतवाली में आठ फरवरी को दर्ज हुआ था। आरोपित व पीडि़त पक्ष में समझौता को लेकर चर्चा भी हुई थी। 13 फरवरी शाम को आरोपित द्वारा एक होटल में समझौता को लेकर वकील को बुलाया भी गया था। वहां से लौटने के बाद ही देर रात वकील ने अपने को गोली मार ली थी। 14 फरवरी को दिवंगत वकील के पुत्र राहुल की तहरीर पर आरोपित ब्लॉक प्रमुख सहित सात पर आत्महत्या दुष्प्रेरण का मुकदमा सदर कोतवाली में दर्ज कराया गया था। डीएम सत्येंद्र कुमार के आदेश पर आरोपितों पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गई थी।