कुदरत को संरक्षण देकर कर रहीं नौ देवियों की अराधना

देवी आराधना के पर्व शारदीय नवरात्र के छठवें दिन मां भगवती के कात्यायनी स्वरूप का पूजन विधि विधान से किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 06:42 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 06:42 AM (IST)
कुदरत को संरक्षण देकर कर रहीं नौ देवियों की अराधना
कुदरत को संरक्षण देकर कर रहीं नौ देवियों की अराधना

मोहित गुप्ता, कानपुर : बर्रा पांच स्थित केडीए पार्क में महिलाएं प्रकृति को संरक्षित कर नौ देवियों को खुश करने के लिए प्रतिदिन पौधों में पानी देती हैं। इनमें कई युवतियां हैं जो घर में पूजा करने के बाद पार्क की साफ-सफाई करतीं हैं।

40 वर्ष पुरानी कॉलोनी में केडीए ने पार्क के नाम पर मात्र चाहरदीवारी को खड़ा किया था। आसपास के लोग व सफाईकर्मी इसमें कूड़ा फेंक कर चले जाते थे। वर्षों तक लोगों ने बदबू का दंश झेला, क्षेत्रीय पार्षद दीपा द्विवेदी से गुहार भी लगाई थी। कोई सुनवाई न होने पर महिलाओं ने खुद ही पार्क को हरा भरा करने का फैसला लिया। क्षेत्रीय सरोज कुमार, कल्पना शर्मा, उमा त्रिवेदी ने अपने हाथों में फावड़ा और तसला देकर पार्क से कूड़े उठाने का अभियान शुरू किया तो क्षेत्र के और भी लोग इसमें सहयोग करने लगे। सप्ताह भर तक पार्क से कूड़ा निकालने के बाद प्रभा द्विवेदी, उर्मिला शुक्ला, राजेंद्र द्विवेदी की मदद से किराये पर ट्रॉली लेकर दस ट्रॉली कूड़ा फेंकवाया।

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व्रत के बाद लगाये पौधों में पानी देती हैं युवितयां

सृष्टि द्विवेदी, मोनिका भदौरिया ने बताया कि वह पूरे नवरात्र में व्रत हैं। पार्क में जिन पौधों को उन्होंने लगाया है। सुबह पूजा के बाद उन्हीं पौधों को पानी देकर बड़ा कर रही हैं। उनका मानना है कि पौधों की सेवा करने से भगवान के साथ ही पूर्वज भी खुश होते हैं।

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