मेट्रो के मुख्य ट्रैक पर पटरियां बिछाने का कार्य शुरू, जानिए क्या है योजना

आइआइटी को मेट्रो का पहला या अंतिम स्टेशन कहा जा सकता है। यहां जो भी मेट्रो दूसरे स्टेशन से होते हुए पहुंचेगी तो वह जब वापस जाएगी तो उसे दूसरी तरफ के प्लेटफार्म से अपनी यात्रा शुरू करनी होगी। मेट्रो का प्लेटफार्म बदल सके

By Akash DwivediEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 05:39 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 05:39 PM (IST)
मेट्रो के मुख्य ट्रैक पर पटरियां बिछाने का कार्य शुरू, जानिए क्या है योजना
एक तरह से यह क्रासिंग वाला हिस्सा है।

कानपुर, जेएनएन। मेट्रो के मुख्य ट्रैक पर पटरियां बिछाने का कार्य शुरू हो गया है। सोमवार से इन्हेंं फिक्स करने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन कानपुर में सबसे पहले आइआइटी से मोतीझील तक के प्राथमिक कारीडोर पर कार्य कर रहा है। इसके तहत आइआइटी स्टेशन पर काफी कार्य हो चुके हैं।

पटरियां बिछाने का कार्य अभी तक मेट्रो ने पॉलीटेक्निक डिपो में ही किया है ताकि वहां मेट्रो को खड़ा किया जा सके। अब पहली बार आइआइटी से मोतीझील के बीच के रूट पर मेट्रो ने पटरियां बिछाने का कार्य शुरू किया है। इसके तहत आइआइटी स्टेशन के आगे बनाए गए हिस्से में पटरियां बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. यह वह हिस्सा है जहां से मेट्रो को दूसरे प्लेटफार्म पर ले जाने के लिए आगे ले जाया जाएगा। एक तरह से यह क्रासिंग वाला हिस्सा है।

आइआइटी को मेट्रो का पहला या अंतिम स्टेशन कहा जा सकता है। यहां जो भी मेट्रो दूसरे स्टेशन से होते हुए पहुंचेगी तो वह जब वापस जाएगी तो उसे दूसरी तरफ के प्लेटफार्म से अपनी यात्रा शुरू करनी होगी। मेट्रो का प्लेटफार्म बदल सके, इसके लिए उसे आइआइटी स्टेशन के थोड़ा और आगे जाना होगा, वहां से उसे क्रासबार से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने का रास्ता मिल जाएगा। इसी तरह का क्रास बार मोतीझील स्टेशन के आगे बनाया जाएगा। जहां से मेट्रो वापस आइआइटी की तरफ चलेगी। फिलहाल लखनऊ से लाकर यहां पटरियां बिछानी शुरू कर दी गई हैं। अब सोमवार से इन पटरी के नीचे के जाल को सीमेंटेड कर फिट करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। 

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