Weather Kanpur Update: अगले 24 घंटे में मानसूनी बारिश के आसार, बनी रहेगी धूप और बादलों की आंख मिचौली

मौसम विभाग के मुताबिक टर्फ लाइन के नीचे खिसकने के कारण पहले दिन कमजोर वर्षा की संभावना है। कानपुर शहर में सोमवार की शाम से मानसून दस्तक दे सकता है। अभी बिहार से पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रहा है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 09:48 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 09:48 AM (IST)
Weather Kanpur Update: अगले 24 घंटे में मानसूनी बारिश के आसार, बनी रहेगी धूप और बादलों की आंख मिचौली
कानपुर में मौसम में फिर आया बदलाव।

कानपुर, जेएनएन। शहर का मौसम स्थिर नहीं है, कभी तेज धूप और उमस परेशान कर रही है तो कभी तेज हवाओं से राहत मिल रही है। फिलहाल मौसम में एक बार फिर बदलाव आया है, बीते दो दिन से छिटपुट बारिश के बाद अब मानसूनी वर्षा के आसार बन गए हैं। बिहार से पूर्वी यूपी की ओर मानसून बढ़ रहा है और सोमवार शाम तक कानपुर पहुंचने की भी उम्मीद है। मौसम विभाग की मानें तो पहले दिन बारिश कम हो सकती है क्योंकि मानसून कुछ कमजोर नजर आ रहा है। यूपी में बारिश सामान्य ही रह सकती है क्योंकि प्रदेश के ऊपर सक्रिय वर्षा कराने वाली टर्फ लाइन खिसक कर मध्य प्रदेश की ओर चली गई है। इस दरमियान धूप और बदली के बीच लुकाछिपी जारी रहेगी। हालांकि तेज हवाएं लगातार राहत दे रही हैं। 

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया की बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ है। यहां से बारिश कराने वाली हवा मैदानी क्षेत्रों की ओर बढ़ रही है। यही मानसून में वर्षा कराती हैं। पहले शुरुआत में 60 से 70 मिलीमीटर बारिश होने का अनुमान था, लेकिन अब स्थिति कुछ कमजोर हो गई है। बंगाल की खाड़ी में नया निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे बारिश जारी रहेगी। डॉ. पांडेय के अनुसार यह लगातार नहीं होगी। कभी बूंदाबांदी होगी, तो कभी तेज धूप निकलेगी, बादल छाए रहेंगे, जबकि तेज हवा चलेगी।

यहां बने मौसमी सिस्टम

ओडिशा और बंगाल की खाड़ी के आसपास के हिस्सों पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो सकता है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र इसी जगह पर समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक बना हुआ है। पंजाब और आसपास के क्षेत्र में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश और झारखंड होते हुए निम्न दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। दक्षिण उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा उत्तरी महाराष्ट्र से केरल तट तक फैली हुई है।

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