Weather Update: कानपुर और आसपास जिलों में दो दिन बाद चलेगी हवा और बारिश के भी आसार
मौसम विभाग ने मानसूनी सिस्टम हल्के मजबूत होने के संकेत दिए हैं। इससे कानपुर समेत आसपास के जिलों में बारिश होने की संभावना जताई जा रही है । फिलहाल आसमान में बदली छाई रहेगी और धूप बनी रहेगी।
कानपुर, जेएनएन। बीते एक सप्ताह से मौसम की तल्खी दूर होने का नाम नहीं ले रही है, आसमान में बादल छाए रहने से उमस बढ़ी है और लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग ने मानसूनी सिस्टम का हल्का मजबूत होने का संकेत दिया है, संभावना है कि आने वाले दो दिनों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। फिलहाल आसमान में धूप संग बदली छाई रहेगी।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग ने 10 मिलीमीटर से कम बारिश के आसार जताए हैं। अगले दो दिन बाद हल्की बारिश के आसार बन रहे हैं। हवा सामान्य से तेज चलेगी, जबकि तापमान और उमस में उतार चढ़ाव हो सकता है। बदली और हल्की बारिश का असर कुछ दिन तक रहेगा। फिलहाल धूप संग बदली छाई रहने की संभावना है। मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, हरदोई, फतेहपुर, उन्नाव, लखनऊ आदि शहरों में वर्षा हो सकती है।
उन्होंने बताया कि मानसून की अक्षीय रेखा हिसार, मेरठ, हरदोई, वाराणसी, जमशेदपुर, बालासोर और फिर पूर्व दक्षिण पूर्व और बढ़ते हुए उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी की तरफ जा रहे है। कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी और ओडिशा पर बना हुआ है। अगले 24 घंटे के दौरान उड़ीसा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र, रायलसीमा, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल, सिक्किम, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, तमिलनाडु, लक्षद्वीप में हल्की बारिश होने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम और इससे सटे बंगाल की खाड़ी पर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बना है।
चक्रवाती हवा का क्षेत्र ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुकाव के साथ मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैल रहा है। अगले 24 घंटे में और अधिक प्रभावी होने और ओडिशा व आंध्र प्रदेश को पार करने की संभावना है। यह सितंबर का पहला निम्न दबाव का क्षेत्र है जो जुलाई के अंत में अंतिम प्रणाली को पीछे छोड़ते हुए त्वरित अनुक्रम में बना है। लगभग एक सप्ताह या उससे भी अधिक समय तक चलने वाले पूर्वी और मध्य भागों में मानसून गतिविधि के पुनर्जीवित होने और जोरदार होने की उम्मीद है। निम्न दबाव के क्षेत्र की परिधि राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के मौसम की स्थिति को प्रभावित करेगी। अगले सात में मौसम की गतिविधि हल्की रहेगी। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना है। दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में मध्यम बारिश हो सकती है।