Kanpur Weather News Update: तापमान में गिरावट, आसमान में बदली और मौसम रहेगा सुहाना

मौसम विभाग के अनुसार यास चक्रवात विकसित होने के बाद प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना बनी हुई है। कानपुर शहर में सुबह का तापमान 24.4 डिग्री रहा जो सामान्य से 1.5 डिग्री कम रहने से मौसम सुहाना है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 25 May 2021 10:47 AM (IST) Updated:Tue, 25 May 2021 10:47 AM (IST)
Kanpur Weather News Update: तापमान में गिरावट, आसमान में बदली और मौसम रहेगा सुहाना
आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है।

कानपुर, जेएनएन। लगातार दो चक्रवात पहले टॉक्टे और अब यास की वजह से मौसम अस्थिर बना हुआ है। पश्चिम बंगाल तक यास के पहुंचने के बाद से यूपी के कई जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि चक्रवात तूफान के असर से तापमान में गिरावट बनी हुई और मौसम सुहाना है। फिलहाल कानपुर के मौसम की बात करें तो मौसम साफ है लेकिन हवाओं में नमी बनी हुई है। सुबह चटक धूप के बीच तेज हवाएं राहत देती रहीं, हालांकि मौसम विभाग आसमान में बादल छाए रहने की संभावना जता रहा है।

टाक्टे के बाद अब यास विकसित होने लगा है। इस चक्रवात का असर उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर होने की संभावना है जबकि कानपुर में इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ‘सीएसए’ के मौसम विभाग के अनुसार लगातार दूसरा चक्रवात बनने से तापमान में बढ़ोतरी नहीं होगी। मौसम सामान्य बना रहेगा। मौसम के इस उतार चढ़ाव के बीच मंगलवार को सुबह साढ़े सात बजे का तापमान 24.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.5 डिग्री कम रहा। जबकि सोमवार को यह तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

खिली हुई धूप के साथ मंगलवार की सुबह की शुरुआत हुई। धूप में गर्मी की तेजी नहीं थी, जिससे शहरवासियों ने राहत महसूस की। दिन चढ़ने के साथ धूप तेज हुई लेकिन इस दौरान चलने पांच से सात किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली हवा ने सुकून पहुंचाया। सीएसए के मौसम विभाग के वैज्ञानिक डाॅ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी के ऊपर संभावित चक्रवात यास तेजी से विकसित हो रहा है। इसके चलते कम दबाव का क्षेत्र थोड़ा उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया है, जिससे प्रदेश में कुछ स्थानों पर इसका असर हो सकता है। यह चक्रवाती तूफान के बुधवार तक पूरी तरह विकसित हो जाएगा। उसके बाद यह पश्चिम बंगाल व उत्तरी ओडिशा तट के लिए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। ऐसा अनुमान है कि लगातार दो चक्रवात आने से मानसून समय पर और अच्छा आएगा।

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