गोपालपुरम में जलभराव, कच्ची बस्ती में ढहने लगीं दीवारें
दक्षिण क्षेत्र से निकलने वाली पांडु नदी का जलस्तर पिछले दिनों से लगातार बढता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : दक्षिण क्षेत्र से निकलने वाली पांडु नदी का जलस्तर पिछले दिनों से लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे नदी किनारे बसे लोगों के सामने घर में रहने का संकट हो गया है। पानी घरों के अंदर तक घुस चुका है। गोपालपुरम इलाके के लोग रिश्तेदारों के घर जाने लगे हैं।
बर्रा आठ वरुण बिहार में लोगों के घर डूब गए। पानी की वजह से अब कच्ची दीवारें ढहना शुरू हो गईं हैं। बस्ती के शिवकुमार, अनिल, ऋषि ने बताया कि गृहस्थी का सामान टेंट के अंदर रखा हुआ है। चोरों के भय से परिवार के एक सदस्य दो शिफ्टों में नींद पूरी करते हैं। गोपालपुरम के विनय सचान ने बताया कि बार-बार नदी उफना जाती और घरों के अंदर तक पानी भर जाता है।
ढाबा और होटल से आ रहा खाना
गोपालपुरम इलाके में जलभराव की वजह से गृहस्थी डूब गई है। लोग घरों में खाना नहीं बना पा रहे हैं। इस वजह से होटल और ढाबे से खाना लाकर पेट भर रहे।
उपायुक्त श्रम रोजगार को दिया जाएगा आरोप पत्र : कानपुर में उपायुक्त श्रम रोजगार के पद पर तैनात रहे एके सिंह (अब ललितपुर में तैनात) के विरुद्ध शासन आरोप पत्र जारी करेगा। इसके लिए शासन स्तर से उन पर लगे आरोपों की सूची मांगी गई है। अब सीडीओ डा. महेंद्र कुमार आरोप पत्र तैयार कर भेजेंगे।
तकनीकी सहायकों का मनमाने तरीके से तबादला करने और मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों से जुड़ा विवरण लिखने के लिए सीआइबी बोर्ड न लगाने पर सीडीओ ने एके सिंह को निलंबित करने की संस्तुति तीन माह पहले की थी। इसके बाद ही एके सिंह का यहां से तबादला हो गया। अब आयुक्त ग्राम्य विकास ने निलंबन की प्रक्रिया शुरू करने के साथ ही आरोप पत्र मांगा है। उधर सीडीओ ने एके सिंह का कार्यकाल में मनरेगा के तहत हुए कार्यों की जांच शुरू करा दी है। जांच के लिए पांच टीमें बनाई गई हैं जो कार्य की गुणवत्ता, सामग्री की खरीद आदि की जांच कर रही है। जांच एक हफ्ते में पूरी हो जाएगी।