13 दिन में 11 इंच गिरा गंगा का जलस्तर
जागरण संवाददाता, कानपुर : जनवरी में माघ मेला शुरू होने वाला है, लेकिन गंगा का हाल यह है कि जल
जागरण संवाददाता, कानपुर : जनवरी में माघ मेला शुरू होने वाला है, लेकिन गंगा का हाल यह है कि जलस्तर बढ़ने के बजाय और घट गया है। 13 दिन में गंगा का जलस्तर इनटेक प्वाइंट पर 11 इंच गिरने की वजह से प्रदूषण दोगुना हो गया है। इससे पानी में कालापन बढ़ा है और शोधित करने में लागत भी बढ़ गई है।
पानी कम होने और बालू बढ़ने से जलकल विभाग को कच्चा पानी खींचने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। चार ड्रेजिंग मशीन एक जगह लगाई गई हैं। भैरोघाट पंपिंग स्टेशन से चार सौ मीटर पाइप डालकर बालू काटी जा रही है ताकि जलापूर्ति के लिए पानी मिल सके। जलकल सचिव आरबी राजपूत व अवर अभियंता रमेश चंद्रा ने भैरोघाट पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण किया और ड्रेजिंग मशीन चालू रखने के आदेश दिए।
सिंचाई विभाग को लिखा पत्र
जलकल सचिव ने बताया कि गंगा की स्थिति को देखते हुए सिंचाई विभाग को बैराज से पानी छोड़ने को पत्र लिखा है।
गंगा की स्थिति
12 दिसंबर - 359.1 फीट
25 दिसंबर- 358.2 फीट
प्रदूषण का हाल
0 एक सप्ताह पूर्व कालापन -25-30 हैजन
0 25 दिसंबर को कालापन-50 हैजेन
ट्रीट करने में खर्च हो रहा
0 एक सप्ताह पूर्व तक पानी ट्रीट करने में चार-पांच टन लग रही फिटकरी
0 अब पानी ट्रीट करने में नौ से दस टन तक लग रही फिटकरी
ड्रेजिंग चलाने में बढ़ा खर्च
0 पहले ड्रेजिंग मशीन व मजदूर लगाने में एक दिन में आठ हजार खर्च आता था।
0 अब ड्रेजिंग मशीन व मजदूर लगाने में एक दिन में 12 हजार रुपये खर्च आ रहा है।
जलापूर्ति को रोज खींचते कच्चा पानी
जलकल रोज शहर में जलापूर्ति करने के लिए गंगा से बीस करोड़ लीटर कच्चा पानी खींचकर ट्रीट के लिए बेनाझाबर भेजता है। इससे लगभग 15 लाख लोगों को जलापूर्ति की जाती है।