Violence in Banda: मेडिकल कालेज बना अखाड़ा, छात्रों व लैब टेक्नीशियन में मारपीट, तोड़फोड़ में हुआ नुकसान
Violence in Banda Medical College आउटसोर्सिंग पर संचालित सेंट्रल पैथालॉजी लैब में मरीजों के ब्लड सैैंपल लिए जा रहे थे। बताते हैैं कि वहां पहुंचे एक मेडिकल छात्र ने लैब टेक्नीशियन प्रवीण पांडेय से पहले ब्लड सैंपल लेने को कहा तो दोनों में बहस हो गई।
बांदा, जेएनएन। Violence in Banda Medical College पहले ब्लड सैैंपल देने को लेकर सोमवार को राजकीय मेडिकल कालेज छात्रों और पैथालाजी लैब टेक्नीशियन के बीच संघर्ष हो गया। घटना में दो छात्र और दो लैब टेक्नीशियन घायल हो गए। तोडफ़ोड़ में कई मरीजों की जांच के लिए रखे ब्लड सैैंपल टेस्ट ट्यूब व स्लाइड टूट गईं। मेडिकल कालेज चौकी पुलिस घायलों को जिला अस्पताल लाई। घायल टेक्नीशियन ने कोतवाली में तहरीर दी है। इधर कालेज प्रशासन से भी शिकायत की गई है। मेडिकल कालेज प्राचार्य ने जांच के लिए पांच डाक्टरों की टीम गठित की हैं। पैथालाजी चला रही आउटसोर्सिंग कंपनी ने एक लैब टेक्नीशियन की सेवाएं समाप्त कर दी हैैं।
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक कालेज में आउटसोर्सिंग पर संचालित सेंट्रल पैथालॉजी लैब में मरीजों के ब्लड सैैंपल लिए जा रहे थे। कई मरीज अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। बताते हैैं कि वहां पहुंचे एक मेडिकल छात्र ने लैब टेक्नीशियन प्रवीण पांडेय से पहले ब्लड सैंपल लेने को कहा तो दोनों में बहस हो गई। जानकारी पर काफी मेडिकल छात्र वहां पहुंच गए और मारपीट शुरू कर दी। लैब टेक्नीशियन प्रवीण और जितेंद्र शुक्ला जख्मी हो गए। दोनों का आरोप है कि छात्र दरवाजा तोड़ घुसे थे। कुर्सियां फेंकने व तोडफ़ोड़ से कई मरीजों के ब्लड सैंपल के टेस्ट ट्यूब व स्लाइड टूट गईं। पुलिस आने तक छात्र जा चुके थे। घायलों को पुलिस अस्पताल लाई। घायल लैब टेक्नीशियन ने कालेज प्रशासन को जानकारी देकर कोतवाली में तहरीर दी। उन्होंने बताया कि पहले सैंपल लेने पर अड़े छात्र ने अभद्रता और धक्का-मुक्की की। बाद में उसके साथी छात्रों ने मारपीट की। कोतवाल योगेंद्र प्रताप ङ्क्षसह ने बताया कि हंगामे और मारपीट की सूचना पर पुलिस भेजी गई थी। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
कांच लगने से दो छात्र भी हुए जख्मी: भगदड़ के बीच मरीज वहां से बाहर भागे। कांच लगने से दो छात्र भी जख्मी हुए हैं। दोनों का मेडिकल कालेज में ही इलाज होने की बात कही जा रही है। उनके नाम नहीं पता चले।
पहले भी हो चुकी है मारपीट : पहले भी एमबीबीएस छात्रों पर एक सुपरवाइजर से घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लग चुका है। हालांकि उस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इनका ये है कहना:
जांच के लिए पांच डाक्टरों की कमेटी गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पैथालाजी के कर्मचारियों के गलत व्यवहार की शिकायतें पहले भी मिली थीं। कंपनी के अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है। कंपनी ने एक लैब टेक्नीशियन की सेवा समाप्त कर दी है। - डा.मुकेश कुमार यादव, प्राचार्य, मेडिकल कालेज