विकास दुबे के अलावा पहली बार किसी और ने बिकरू में लगाई चौपाल, कहा- नहीं पैदा होने देंगे दूसरा 'विकास'

बिकरू गांव का नाम सुनते ही 2 जुलाई 2020 की घटना लोगों के जेहन में उठती है। यहां दबिश के दौरान कुख्यात गैगस्टर विकास दुबे ने सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी।घटना के बाद पुलिस ने कुख्यात व उसके पांच गुर्गो को एनकाउंटर में मार गिराया था।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 10:56 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 10:56 PM (IST)
विकास दुबे के अलावा पहली बार किसी और ने बिकरू में लगाई चौपाल, कहा- नहीं पैदा होने देंगे दूसरा 'विकास'
बिकरू गांव में लगी पुलिस की चौपाल में समस्याएं सुनते पुलिसकर्मी।

कानपुर, जागरण संवाददाता। बिकरू में यह पहला मौका था जब पुलिस ने ग्रामीणों के बीच बैठकर चौपाल लगाई और कहा कि अब डरने की कोई जरूरत नहीं है। कोई विकास दुबे अब नही पैदा होने देंगे। पुलिस उनके साथ हर वक्त खड़ी रहेगी। गांव वालों ने पुलिस के साथ पुराने जख्म साझा किये।

बिकरू गांव का नाम सुनते ही एक बार 2 जुलाई 2020 की घटना लोगों के जेहन में उठती है। यहां दबिश के दौरान कुख्यात गैगस्टर विकास दुबे ने सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी।घटना के बाद पुलिस ने कुख्यात व उसके पांच गुर्गो को एनकाउंटर में मार गिराया था। बिकरू कांड के 16 महीने बीत चुके हैं अब पुलिस गांव वालों के बीच उनकी हर समस्या पर खड़ी होती है, शुक्रवार को पहला मौका था जब चौबेपुर थाने की पुलिस ने बीट सिपाहियों के साथ गांव वालों को एकत्र कर चौपाल लगाई। गांव वालों से थाना प्रभारी कृष्ण मोहन राय ने कहा की वह लोग किसी से डरे नहीं। उनकी हर छोटी से शिकायत पर पुलिस तत्काल पहुंचेगी। 

पुराना रिकार्ड से पूछा अपराधिक इतिहास: बिकरू गांव में कुख्यात ही नहीं बल्कि डेढ़ दर्जन ऐसे नाम हैं जिन पर कई अपराधिक मामले दर्ज हैं हालांकि इनमें ज्यादातर लोग बिकरु कांड में वांछित होने के कारण इन दिनों जेल की सलाखों में हैं। पुलिस ने गांव के लोगों से इन नामों के अलावा पुराने रिकार्ड निकालकर अपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी ली। कई ऐसे नाम रहे जो रजिस्टर नंबर 8 में दर्ज थे लेकिन उनकी पहचान ही नही हो रही थी। उप निरीक्षक बबीता मिश्रा ने महिलाओं से भी जानकारी ली कि उन लोगों को अब कोई समस्या तो नहीं 

जल्द शुरू कराई जाए चौकी: गांव वाले ने कहा कि घटना के बाद अफसरों ने जल्द चौकी में पुलिस बल तैनात करने की बात कही थी।लेकिन अभी तक चौकी नहीं बन सकी है क्षेत्र में 13 गांव से हैं जो थाने से 21 किलोमीटर की दूरी पर है ऐसे में किसी भी घटना के होने पर पुलिस देर से पहुंचती है। पुलिस चौकी बनने के बाद यह दिक्कत भी खत्म होगी।

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