Vikas Dubey News: बिकरू कांड में नया मोड, विकास के खास गुर्गे अमर दुबे ने नाबालिग से की थी शादी
शादी के तीन दिन बाद हुए बिकरू कांड में अमर दुबे के एनकांउटर के बाद गिरफ्तार पत्नी खुशी की मार्कशीट कोर्ट में पेश करके नाबालिग बताया गया है।
कानपुर, जेएनएन। चौबेपुर के बिकरू कांड में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में आरोपित वांछित अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर और मुठभेड में मारे गए उसके दाहिने हाथ रहे खास गुर्गे अमर दुबे की पत्नी खुशी को लेकर नया मोड़ आ गया है। अभी तक यही बात सामने आ रही थी कि लड़की पक्ष के इन्कार के बावजूद विकास ने जबरन अपने घर से शादी कराई थी लेकिन बुधवार कोर्ट दाखिल दस्तावेजी आधार पर अमर की पत्नी को नाबालिग बताया गया है। यानी कोर्ट में प्रस्तुत किए दस्तावेजों के आधार पर विकास के खास गुर्गे अमर ने नाबालिग से विवाह किया था।
बिकरू कांड में मुख्य आरापित विकास दुबे के दाहिने हाथ और सबसे खास अमर दुबे के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने उसकी पत्नी खुशी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। काफी समय तक उससे पूछताछ जारी रही थी। इसके बाद शादी के तीन दिन बाद ही घटना होने को लेकर उसकी संलिप्तता और गिरफ्तारी को लेकर सवाल उठने लगे थे। इसके बाद पुलिस ने एकबारगी कोर्ट से उसकी रिहाई की तैयारी भी शुरू कर दी थी लेकिन उसकी बातचीत का ऑडियो और शादी का वीडियो वॉयरल होने के बाद पुलिस पीछे हट गई थी। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था।
कोर्ट में दाखिल की खुशी की मार्कशीट
बिकरू कांड में बुधवार को एक और नया मोड़ आ गया। विकास के दाहिने हाथ रहे अमर दुबे की पत्नी खुशी को नाबालिग बताया गया है। बुधवार को विशेष न्यायाधीश डकैती की कोर्ट में खुशी की 5, 8 और 10वी की मार्कशीट की प्रतियां दाखिल की गई। इनके आधार पर खुशी को नाबालिग घोषित करने की मांग की गई है। इन दस्तावेजों को सही माना जाए तो अमर दुबे ने नाबालिग से विवाह किया था।
कांड के तीन दिन पहले हुई थी शादी
वैसे देखा जाए तो खुशी के जीवन में शादी की खुशियों को महज तीन दिन की ही जगह मिली थी। हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे ने अपने घर पर खुशी और उसके परिवार वालों को बुलाकर 29 जून को खास गुर्गे अमर दुबे से शादी कराई थी। धूमधाम के साथ की गई इस शादी में कई लोग भी शामिल हुए थे, शादी के फोटोग्राफ वायरल होने पर बीट प्रभारी केके शर्मा की भी विकास से नजदीकियां उजागर हो गई थीं। शादी के तीन दिन बाद दो जुलाई की रात दबिश के दौरान मुठभेड़ में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद विकास दुबे, अमर दुबे समेत सभी साथी फरार हो गए थे। घटना के कुछ दिन बाद हमीरपुर में छिपा अमर दुबे भी एनकाउंटर में मारा गया था।