Bikru Case Update: विकास दुबे के करीबी रहे दारोगा ने जेल से भेजा जवाब, बेल पर छूटने के बाद रखेंगे पक्ष
बिकरू कांड में संदिग्ध भूमिका और विकास दुबे से संबंध रखने वाले आरोपित वृहद दंड वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसपी साउथ जांच कर रहे हैं। जेल में निरुद्ध निलंबित थानेदार ने बयान दर्ज नहीं कराए हैं वहीं निलंबित दारोगा ने भी अपना जवाब भेजा है।
कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड में वृहद दंड वाले सात पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त हुए एसपी साउथ ने सभी आरोपितों को चार्जशीट दी है। जिसमें जेल गए निलंबित थानेदार ने चार्जशीट में बयान दर्ज नहीं कराए हैं। जबकि दारोगा केके शर्मा ने बेल पर छूटने के बाद अपना पक्ष रखने का जवाब एसपी साउथ को भेजा है। एसपी साउथ का कहना है दूसरे रिमाइंडर पर भी जवाब न आने पर जल्द ही जिरह की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। इसे लेकर प्रश्नावली तैयार की जा रही है।
एसआइटी की जांच में 37 पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे। मामले में वृहददंड वाले सात आरोपितों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए जांच शुरू की थी। जिसके तहत उन्होंने दारोगा अजहर अशरत, कुंवरपाल सिंह, विश्नाथ मिश्र, कांस्टेबल अभिषेक कुमार, राजीव कुमार को चार्जशीट दी थी। न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद जेल गए निलंबित थानाप्रभारी विनय तिवारी, दारोगा कृष्ण कुमार को जेल में आरोप पत्र दिए थे। जेल गए निलंबित थाना प्रभारी विनय तिवारी ने जवाब नहीं भेजा है।
जबकि दारोगा कृष्ण कुमार ने जेल से स्पीड पोस्ट के माध्यम से जवाब भेजा है। एसपी साउथ दीपक भूकर ने बताया कि केके शर्मा भेजे जवाब में लिखा है कि जेल में होने के कारण पक्ष रखने के लिए पर्याप्त दस्तावेज और उचित साधन उपलब्ध नहीं है। जिससे वह अभी जवाब देने में समर्थ नहीं है। बेल पर छूटने के बाद दस्तावेजों के साथ अपना पक्ष रखेंगे। एसपी साउथ ने बताया कि विनय ने अगर दूसरे रिमांइडर के बाद भी जवाब नहीं दिया तो जिरह की कार्रवाई शुरू की जाएगी।