Bikru Case Update: विकास के भाई दीपू दुबे की है भिंड में बरामद सेमी ऑटोमेटिक रायफल, कानपुर से बना था लाइसेंस

बिकरू कांड में इस्तेमाल की गई थी सेमी ऑटोमेटिक रायफल कानपुर से एनपी बोर रायफल में दीपू दुबे के नाम लाइसेंस बना था। अब यूपी एसटीएफ की टीम पकड़े गए आरोपितों से पूदताछ के लिए भिंड रवाना होगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 09:39 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 09:39 AM (IST)
Bikru Case Update: विकास के भाई दीपू दुबे की है भिंड में बरामद सेमी ऑटोमेटिक रायफल, कानपुर से बना था लाइसेंस
बिकरू कांड में इस्तेमाल हथियारों को बेच दिया था।

कानपुर, जेएनएन। मध्यप्रदेश के भिंड में बरामद सेमी ऑटोमेटिक रायफल विकास दुबे के भाई दीपू दुबे की है। इस रायफल को बसपा नेता की मदद से भिंड में बेच दिया गया था। बताया जा रहा है कि इस राफयल में भी ऑटोमेटिक फंक्शन सक्रिय मिला है। सूचना के बाद एसटीएफ की एक टीम आरोपितों से पूछताछ के लिए भिंड रवाना कर दी गई है।

विकास दुबे गैंग के हथियार बेचने का राजफाश

चार दिन पहले कानपुर एसटीएफ टीम ने विकास दुबे गैंग के हथियार बेचने जाने का पर्दाफाश किया था। पकड़े गए विकास के मददगार राम जी उर्फ राधे कश्यप ने पुलिस को बताया था कि कुछ असलहे-कारतूस उसने अपने गांव में छुपा दिए थे। जनवरी 2021 में संजय परिहार उर्फ टिंकू व अमन शुक्ला ने दीपू दुबे की सेमी ऑटोमेटिक स्प्रिंग फील्ड रायफल और एक डीबीबीएल बंदूक इटावा-भिंड रोड पर स्थित दावत रेस्टोरेंट एवं पेट्रोल पंप के मालिक बसपा नेता सत्यवीर सिंह यादव उर्फ चतुरी यादव के रिश्तेदार मनीष यादव, सुशील निवासी ग्राम डिंडी कला और बंटी सिंह यादव को बेच दी थी।

भिंड पुलिस के मुताबिक मनीष ने यह रायफल मेहगांव के देवरी गांव निवासी अभिषेक को ढाई लाख रुपये बेच दी थी जबकि उसने विष्णु कश्यप से यह रायफल महज 70 हजार रुपये में खरीदी थी। इसके अलावा मनीष ने ही दोनाली बंदूक भिंड के शास्त्री नगर बी-ब्लॉक निवासी जग्गू उर्फ आकाश कुशवाह पुत्र लालाराम कुशवाह को बेची थी।

कानपुर एसटीएफ को नहीं दी जानकारी

भिंड पुलिस ने दीपू दुबे की ऑटोमेटिक रायफल बरामद कर ली और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया, मगर शनिवार देर रात तक इस संबंध कानपुर एसटीएफ को कोई जानकारी नहीं थी। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक उनकी एक टीम भिड में ही रायफल की तलाश में थी, लेकिन उसे भी जानकारी नहीं दी। रायफल बरामदगी की सूचना मिलने के बाद एक दूसरी टीम देर रात रवाना कर दी गई।

बिकरू कांड में इस्तेमाल हुई थी सेमी आटोमेटिक रायफल

बिकरू कांड को अंजाम देने वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे गिरोह की सेमी आटोमेटिक राइफल और दोनाली बंदूक को मध्य प्रदेश की भिंड पुलिस ने बरामद करने के साथ खरीदने वाले दो आरोपितों को भी गिरफ्तार किया है। इससे पहले एक मार्च को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने भिंड के युवक सहित सात आरोपितों से गिरोह के हथियार बरामद किए थे। सूचना मिली थी कि विकास दुबे गिरोह की अमेरिकन सेमी आटोमेटिक स्प्रिंग फील्ड राइफल मेहगांव के देवरी गांव निवासी अभिषेक पुत्र राजेंद्र शर्मा (विरथरिया) के पास है।

पांच मार्च की रात में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और राइफल जब्त की। अभिषेक ने पुलिस को बताया कि उसने यह राइफल 10 दिन पहले डिड़ी गांव निवासी मनीष उर्फ शेरू यादव पुत्र अभिलाख सिंह यादव से ढाई लाख में खरीदी थी। मनीष को एक मार्च को यूपी एसटीएफ ने छह अन्य आरोपितों के साथ गिरफ्तार किया था। मनीष की निशानदेही पर 12 बोर की एक दोनाली बंदूक भिंड के शास्त्री नगर बी-ब्लॉक निवासी जग्गू उर्फ आकाश कुशवाह पुत्र लालाराम कुशवाह से बरामद की गई। जग्गू को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

मनीष के पास अक्टूबर में आई थी गैंगस्टर की राइफल

विकास दुबे के मारे जाने के बाद गिरोह के बाकी सदस्यों ने हथियारों को ठिकाने लगाना शुरू कर दिया था। आरोपित मनीष की दोस्ती विकास दुबे गिरोह से ताल्लुक रखने वाले विष्णु कश्यप से थी। उसी के माध्यम से अक्टूबर 2020 में मनीष को उक्त राइफल मिली थी।

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