Bikru Kand: असलहा बरामदगी में छह अभियुक्तों पर आरोप तय, अब एक नवंबर को सुनवाई
बिकरू कांड में गिरफ्तार आरोपितों के पास से पुलिस ने असलहे बरामद किए थे। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने असलहा दुरुपयोग और डकैती में इस्तेमाल शस्त्र छिपाने पर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी जिसपर आरोप तय किए गए हैं।
कानपुर देहात, जेएनएन। बिकरू कांड में आरोपितों के पास से असलहा बरामदगी मामले की सुनवाई शनिवार को विशेष न्यायाधीश (दस्यु प्रभावित) सुधाकर राय की कोर्ट में हुई। पुलिस अभिरक्षा में जिला जेल कानपुर से चार अभियुक्तों के साथ ही दो अन्य अभियुक्तों को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। न्यायालय ने बचाव व अभियोजन पक्ष को सुनने के बाद आरोप तय कर दिए हैैं। साक्ष्यों के लिए अब एक नवंबर की तिथि नियत की गई है।
चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में विकास दुबे गैंग ने दबिश देने गई पुलिस टीम पर फायक्षिंरग कर दी थी। घटना में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। पुलिस घटना के बाद मुख्य आरोपित विकास दुबे और उसके गुर्गे अमर दुबे समेत सात अभियुक्तों को एनकाउंटर में मार दिया था। इसके साथ करीब 37 आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त असलहों की बरामदगी तीन माह बाद की थी।
असलहा दुरुपयोग और डकैती में इस्तेमाल वस्तु को जानबूझ कर छिपाने में चौबेपुर पुलिस ने चार्जशीट लगाई थी। मामले में आरोपित रामजी उर्फ राधे, शुभम पाल, संजय परिहार व अभिनव तिवारी को कानपुर जेल से तथा जिला जेल से अमन शुक्ला व विष्णु कश्यप को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। शासकीय अधिवक्ता राजू पोरवाल ने बताया कि इस मामले में अगली सुनवाई अब एक नवंबर को होगी।