जानें-मध्य प्रदेश से विकास दुबे को लेकर कानपुर तक एसटीफ के एनकाउंटर तक का सफर

Vikas Dubey Encounter मध्यप्रदेश से देर शाम अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद एसटीएफ के जवान उसे गाड़ी में बिठाकर कानपुर के लिए रवाना हुए थे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 09:10 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 02:51 PM (IST)
जानें-मध्य प्रदेश से विकास दुबे को लेकर कानपुर तक एसटीफ के एनकाउंटर तक का सफर
जानें-मध्य प्रदेश से विकास दुबे को लेकर कानपुर तक एसटीफ के एनकाउंटर तक का सफर

कानपुर, जेएनएन। बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद फरार मोस्टवांटेड अपराधी विकास दुबे की उज्जैन में गिरफ्तारी के बाद शुरू हुआ सफर अंत में कानपुर में एनकाउंटर पर खत्म हुआ। कानपुर नगर में प्रवेश करने के बाद सचेंडी में हाईवे पर एसटीएफ का वाहन पलटने के बाद पुलिस जवान की पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास कर रहे विकास को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया। हैलट अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए हैं। 

गुरुवार काे उज्जैन में महाकाल मंदिर के दर्शन के बाद बाहर आए यूपी के मोस्टवांटेड विकास दुबे को मध्यप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जानकारी के बाद यूपी एसटीएफ की टीमें उसे लाने के लिए मध्यप्रदेश उज्जैन गई थीं। देर शाम  एसटीएफ के जवान उसे गाड़ी में बिठाकर कानपुर के लिए रवाना हुए थे। मध्यप्रदेश बार्डर तक वहां की पुलिस ने एसटीएफ की गाड़ियों को स्कॉर्ट किया था। मध्यप्रदेश के रक्सा सीमा पार करने के बाद झांसी में रात करीब सवा तीन बजे प्रवेश किया था। यहां से झांसी पुलिस ने स्कॉर्ट करते हुए जालौन उरई सीमा पर छोड़ा था।

भोर पहर करीब 4:45 बजे एसटीएफ की टीम ने उरई के एट टोल क्रास किया। इसके बाद आटा टोल प्लाजा से करीब 5.20 बजे एसटीएफ की गाड़ियां विकास दुबे को लेकर निकली थीं। टोल प्लाजा होते हुए कालपी यमुना पुल को पार कर कानपुर देहात की सीमा में प्रवेश किया था। कालपी यमुना पुल पर भारी पुलिस फोर्स तैनात था। कानपुर देहात में सुबह 6:28 बजे तीन गाड़ियों से एसटीएफ विकास दुबे को लेकर बारा टोल से कानपुर नगर की तरफ बढ़ गई। सचेंडी से कानपुर नगर की सीमा में घुसने के बाद एसटीएफ की गाड़ियां नगर की तरफ बढ़ रही थीं।

पुलिस के अनुसार हाईवे पर भौंती के पास पुलिस वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गया, इस बीच उसमें बैठा विकास दुबे और पुलिस जवान घायल हो गए। वाहन से बाहर निकलकर विकास दुबे ने घायल पुलिस कर्मी की पिस्टल छीन ली और भागने की कोशिश की। पुलिस टीम ने पीछा करके उसे घेरकर आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया लेकिन उसने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। पुलिस टीम ने आत्मरक्षार्थ जबाबी फायरिंग की, जिसमें गोली लगने से विकास घायल हो गया। पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई, जहां उसकी मौत हो गई।

chat bot
आपका साथी