Vikas Dubey News : विकास दुबे ने बांटे थे 100 करोड़ रुपये, जय बाजपेयी की तरह और नाम आए सामने

Vikas Dubey News कुख्यात विकास दुबे को लेकर जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है तमाम नए तथ्य सामने आ रहे हैं। विकास ने कानपुर में जय बाजपेयी सरीखे 25 से 30 खजांची तैयार किए थे।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 07:47 PM (IST) Updated:Sat, 08 Aug 2020 07:47 PM (IST)
Vikas Dubey News : विकास दुबे ने बांटे थे 100 करोड़ रुपये, जय बाजपेयी की तरह और नाम आए सामने
Vikas Dubey News : विकास दुबे ने बांटे थे 100 करोड़ रुपये, जय बाजपेयी की तरह और नाम आए सामने

कानपुर, जेएनएन। कुख्यात विकास दुबे को लेकर जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है तमाम नए तथ्य सामने आ रहे हैं। विकास ने कानपुर में जय बाजपेयी सरीखे 25 से 30 खजांची तैयार किए थे। इनकी मदद से उसने शहर के कई अस्पताल, होटल, रेस्टोरेंट और बरातघरों में करोड़ों रुपये लगाए थे। एसटीएफ जांच में पता चला है कि इनके जरिए हिस्ट्रीशीटर ने शहर में करीब 100 करोड़ रुपये बांटे थे।

एसटीएफ के एक अफसर और जांच से जुड़े कानपुर पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक जय बाजपेयी मुख्य खजांची था। अकेले जय को विकास ने करीब 25 करोड़ रुपये दिए थे, जबकि जय के जरिए करीब दर्जन भर लोगों को पैसा दिया गया। विकास दो फीसद ब्याज पर पैसा जय व अन्य लोगों को देता था, जबकि मार्केट में यही पैसा पांच से 10 फीसद की दर से उठता था। पी रोड, गुमटी, नेहरू नगर, जवाहर नगर और अशोक नगर में व्यापारियों को करोड़ों रुपये ब्याज पर बांटे गए।

कल्याणपुर-पनकी रोड और लखनऊ कानपुर रोड पर दो व्यावसायिक निर्माण में भी विकास का पैसा लगा था। कल्याणपुर-पनकी रोड पर स्थित कई अस्पतालों में उसकी पत्ती थी। कल्याणपुर-पनकी रोड, शिवली रोड, बिल्हौर, श्यामनगर, काकादेव, चकेरी, सनिगवां, महाराजपुर और यशोदानगर में एक राष्ट्रीय पार्टी के यूथ विंग से जुड़े कुछ नेताओं के नाम से विकास ने करोड़ों की जमीन खरीदी थी।

एक राष्ट्रीय पार्टी के चुनाव चिह्न पर विधायकी लड़ चुके एक नेता के जीटी रोड स्थित होटल में वकास की साझेदारी पता चली है। विकास के एक पशु व्यापारी के संबंध भी जय बाजपेयी के जरिए हुए थे। कुछ सालों पहले दो हजार की नौकरी करने वाले इस व्यक्ति के पास पत्रकारपुरम में अपना गेस्ट हाउस है। बिठूर, सिंहपुर से सटे इलाकों में फार्म हाउस से लेकर भूमि खरीद-फरोख्त में विकास का पैसा लगा है।

सभी जांच एजेंसियों की नजर : अफसरों के मुताबिक विकास से जुड़े हर नए तथ्य की जानकारी एसआइटी, सुप्रीम कोर्ट के न्यायिक आयोग के अलावा आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को दी जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय व ईडी अब आगे जांच कर साक्ष्य एकत्र करेगी कि इन लोगों के पास इतना पैसा कहां से आया और विकास से उनके कैसे संबंध थे।

ईडी में दर्ज कराई शिकायत सौरभ : भदौरिया ने आयकर के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय में भी शिकायत दर्ज कराई है। इसमें सौरभ ने जय से जुड़े 12 लोगों के आय के स्रोत खंगालने का आग्रह किया है।

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