एसएलआर के साथ अपराधी का वीडियो वायरल, अब सिपाही को बचाने में जुटी पुलिस
कल्याणपुर क्षेत्र में निजी लैब में अपराधी ने सिपाही की सेल्फ लोडेड राइफल लेकर वीडियो बनाया था। पुलिस की जांच में नया तथ्य सामने आया है चुनाव ड्यूटी में सिपाही जालौन से कानपुर आया था और जांच कराने लैब में आया था।
कानपुर, जेएनएन। कल्याणपुर खुर्द में रहने वाले शातिर अपराधी राजन दिवाकर का एसएलआर गन के साथ वायरल हुए वीडियो मामले में नया तथ्य सामने आया है। पता चला है कि वीडियो में दिखाई दे रही एसएलआर एक सिपाही की है। आरोपित ने धोखे से वीडियो बनाकर वायरल किया है। एक ओर पुलिस आरोपित को तलाश रही है, वहीं सिपाही को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
कल्याणपुर खुर्द में रहने वाला राजन दिवाकर अपराधी प्रवृत्ति का है। शनिवार रात राजन का एसएलआर (सेल्फ लोडेड राइफल) के साथ वीडियो वायरल हुआ था। आनन फानन आरोपित की तलाश में पुलिस की दो टीमें लगाई गईं और जांच शुरू हुई। पुलिस के मुताबिक आरोपित का भाई एक निजी लैब में मैनेजर है। वहीं लैब के मालिक का भाई जालौन जिले के नदी गांव थाने में सिपाही के पद पर तैनात है।
चुनाव ड्यूटी के चलते वह कानपुर आया था। ड्यूटी के दौरान तबीयत खराब हो जाने से वह अपने भाई की लैब में चेकअप कराने आया। इसी बीच राजन भी अपने भाई से मिलने लैब पहुंच गया। सिपाही अपनी सरकारी एलएलआर केबिन में रखकर जांच कराने चला गया। इसी बीच मौका पाकर राजन ने केबिन में रखी सिपाही की एसएलआर को हाथों में लेकर उसका वीडियो बना लिया और बाद में उसे अपने वाट्सएप स्टेटस पर अपलोड कर दिया।
सिपाही की लापरवाही पर पर्दा डालने में जुटी पुलिस
सबसे बड़ा सवाल था कि अपराधी के पास एसएलआर जैसा घातक हथियार आया कहां से। मगर, सिपाही का नाम सामने आने के बाद पुलिस की जांच धीमी पड़ गई। पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि मामले में आरोपित की गिरफ्ताारी के आदेश दिए गए हैं। उसके पकड़े जाने के बाद पता चल सकेगा कि एएसएलआर के साथ उसने वीडियो कब और कैसे बनाया।