महोबा में दारोगा का रिश्वत मांगते हुए वीडियो हुआ वायरल, शिकायत के बाद किया गया लाइन हाजिर

महोबा में पांच हजार रुपए मांगने के आरोप में दाराेगा को लाइन हाजिर कर दिया गया। दारोगा पर मारपीट मामले में विवेचना से नाम हटाने के एवज में रुपये मांगने का आरोप लगा है। इससे पहले रुपये की मांग करते हुए वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 06:57 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 06:57 PM (IST)
महोबा में दारोगा का रिश्वत मांगते हुए वीडियो हुआ वायरल, शिकायत के बाद किया गया लाइन हाजिर
शिकायत पर एसपी ने सीओ को सौंपी है मामले की जांच।प्रतीकात्मक फोटो।

हमीरपुर, जागरण संवाददाता। कुलपहाड़ कोतवाली में तैनात एसएसआइ देवेंद्र कुमार मिश्रा को पांच हजार रुपये रिश्वत मांगने के आरोप में मंगलवार को लाइन हाजिर कर दिया गया। कुलपहाड़ कस्बा के टौरियापुरा निवासी अनिल कुमार अनुरागी ने एसपी से शिकायत करके एसएसआइ पर आरोप लगाया था कि मारपीट मामले में विवेचना से नाम हटाने के एवज पर पांच हजार रुपये मांग रहे थे। रुपये की मांग करते हुए का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। कुलपहाड़ क्षेत्र सीओ तेजबहादुर सिंह को मामले की जांच सौंपी गई है।

कुलपहाड़ कस्बा के टौरियापुरा निवासी अनिल अनुरागी ने एसपी सुधा सिंह से शनिवार को शिकायत करके आरोप लगाया था कि कुलपहाड़ कोतवाली के एसएसआइ देवेंद्र कुमार मिश्रा उन्हें बार-बार कोतवाली बुला कर परेशान कर रहे हैं। उसके खिलाफ दर्ज मारपीट के मामले में 23 अक्टूबर को फिर से कोतवाली बुलाया था और उनसे पांच हजार रुपये की डिमांड की थी। जिसका उसने चोरी से वीडियो बना लिया था। करीब दस सेकेंड के वायरल वीडियो में एसएसआइ जीप में बैठे दिख रहे हैं, और एक व्यक्ति से कह रहे हैं, पांच-फाइव की व्यवस्था कर लो, आओ थाने में बैठे हैं। इस वीडियो की दैनिक जागरण पुष्टि नहीं करता है। एसएसआइ ने कहा कि अनिल कुमार अनुरागी, अजय अनुरागी, कमल, सोनू के खिलाफ कस्बा के ही सीताराम अहिरवार ने मारपीट का मुकदमा दिसंबर 2020 में लिखाया था। आरोपितों ने बीती 22 अक्टूबर को फिर उन लोगों को पीटा था। यह सभी अपराधी प्रवृत्ति के हैं और हमें फंसाने के लिए यह झूठा वीडियो तैयार किया है। मामले में एसपी सुधा सिंह ने कहा कि एसएसआइ देवेंद्र कुमार मिश्रा को लाइन हाजिर कर पुलिस लाइन महोबा में आमद कराने को निर्देशित किया गया है, मामले की जांच सीओ को सौंपी गई है। 

chat bot
आपका साथी