कानपुर में गांवों को क्लस्टर में बांटकर होगा वैक्सीनेशन, 31 जुलाई तक सभी ग्रामीणों को लगेगी वैक्सीन

केंद्र सरकार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले ही 18 साल से ऊपर के प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन लगवाने का लक्ष्य रखा है। साथ ही 12 वर्ष तक की उम्र के बच्चों की माताओं को हर हाल में वैक्सीन लगा देना है

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 07:39 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 07:39 AM (IST)
कानपुर में गांवों को क्लस्टर में बांटकर होगा वैक्सीनेशन, 31 जुलाई तक सभी ग्रामीणों को लगेगी वैक्सीन
वैक्सीन की कितनी वेस्टेज होती है और उसे कैसे रोकना है

कानपुर, जेएनएन। वैक्सीनेशन के लिए गांवों को क्लस्टर में बांटा जाएगा। प्रत्येक क्लस्टर में 15 से 20 गांव रखे जाएंगे। हर ब्लाक में आठ से 10 क्लस्टर बनेंगे और प्रत्येक क्लस्टर में पांच से छह टीमें लगाकर टीकाकरण होगा। जल्द ही इसकी रूपरेखा तैयार कर ली जाएगी। हर हाल में एक जुलाई से 31 जुलाई तक प्रत्येक ग्रामीण को वैक्सीन लगाने के लक्ष्य के साथ यह कार्य किया जाएगा। फिलहाल बिधनू, सरसौल और कल्याणपुर ब्लाक में लोगों को जागरूक करने के लिए गुरुवार को अभियान शुरू हुआ। तीन दिवसीय अभियान 19 जून को खत्म होगा। इसके बाद 21 जून से इन तीन ब्लाकों के गांवों में टीके लगाए जाएंगे। इस दौरान ही यह पता चल जाएगा कि वैक्सीन की कितनी वेस्टेज होती है और उसे कैसे रोकना है। 

केंद्र सरकार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले ही 18 साल से ऊपर के प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन लगवाने का लक्ष्य रखा है। साथ ही 12 वर्ष तक की उम्र के बच्चों की माताओं को हर हाल में वैक्सीन लगा देना है, ताकि तीसरी लहर में माताएं सुरक्षित रहे।

हालांकि गांवों में कोरोना के टीके को लेकर कुछ भ्रांतियां हैं इसे दूर करने के लिए ही गांवों में निगरानी समितियों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। समिति के सदस्यों जैसे प्रधान, पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य को पहले गांव में टीका लगाया जाएगा ताकि लोगों की भ्रांतियां दूर हो सके। जिले में कुल 590 ग्राम पंचायतें हैं और यहां कुल 10 ब्लाक हैं। तीन ब्लाकों में टीकाकरण का कार्य 21 से शुरू होगा। क्लस्टर की व्यवस्था इन ब्लाकों में भी होगी।

क्लस्टर बनाने का कार्य चल रहा है। ऐसे गांव जिनकी आबादी 10 हजार से अधिक है वहां पर तीन से चार टीमें लगाई जाएंगी ताकि आसानी से लोगों को वैक्सीन लग जाए। मकनपुर, सचेंडी, नानामऊ आदि 10 हजार या उससे अधिक आबादी वाले गांवों की सूची तैयार की जा रही है। गांव के संभ्रांत नागरिकों को पहले ही वैक्सीनेशन केंद्र पर बुलाया जाएगा ताकि उनको वैक्सीन लगे तो दूसरे लोग भी प्रेरित हों और बिना बुलाए ही केंद्र पर पहुंच जाएं।

इनका ये है कहना गांवों को क्लस्टर में बांटकर वैक्सीनेशन होगा। हर हाल में प्रत्येक नागरिक को वैक्सीन लगाने की हमारी कोशिश है। 31 जुलाई तक हम प्रत्येक गांव और मजरे को कवर करेंगे। जागरूकता अभियान चल रहा है।

                                                                                                     - डा. नैपाल सिंह, सीएमओ 

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