महिला की मौत पर हैलट इमरजेंसी में हंगामा

स्वजन का आरोप इलाज करने के बजाय टरकाते रहे डॉक्टर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 01:06 AM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 01:06 AM (IST)
महिला की मौत पर हैलट इमरजेंसी में हंगामा
महिला की मौत पर हैलट इमरजेंसी में हंगामा

जागरण संवाददाता, कानपुर : सड़क हादसे में घायल सेवायोजन कार्यालय में तैनात महिला कर्मचारी की मौत पर स्वजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हैलट इमरजेंसी में हंगामा किया। डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने एवं टालमटोल करने का आरोप लगाया तो डॉक्टर अभद्रता पर उतर आए। विरोध करने पर पिटाई भी की। उधर, जूनियर रेजीडेंट (जेआर) का आरोप है कि मरीज के स्वजन इमरजेंसी के अंदर वीडियो बना रहे थे, मना करने पर डॉक्टर का कॉलर पकड़ लिया और हाथापाई पर उतर आए। हंगामे की सूचना पर प्राचार्य प्रो. आरबी कमल एवं स्वरूप नगर सीओ भी पहुंचे और समझा-बुझाकर स्वजन को शांत कराया।

कल्याणपुर के नानकारी निवासी सतीश चंद्रा आइटीआइ में कार्यरत हैं। उनकी 50 वर्षीय पत्नी सुमित्रा सेवायोजन कार्यालय में वरिष्ठ सहायक थीं। गुरुवार सुबह दोनों स्कूटी से आ रहे थे। रावतपुर चौराहे के पास पीछे से आ रहे ट्रक ने उनकी स्कूटी में टक्कर मार दी, जिससे दंपती अनियंत्रित होकर गिर पड़े। ट्रक की तरफ गिरने से पहिया सुमित्रा पर चढ़ गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। सूचना पर उनके भाई मनोज एवं अन्य रिश्तेदार पहुंचे और हैलट इमरजेंसी लाए। उनका आरोप है कि इलाज के बजाय जेआर सर्जरी एवं आर्थोपेडिक का मामला बताकर टरकाने लगे। अत्यधिक रक्तस्त्राव होने से सुमित्रा ने दम तोड़ दिया। स्वजन हीलाहवाली की रिकार्डिग करने लगे तो जेआर भड़क गए। स्वजन का आरोप है कि वे अभद्रता एवं गालीगलौज करने लगे। स्वजन ने एक जेआर का कॉलर पकड़ लिया तो एकजुट हुए जेआर ने पिटाई कर दी।

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दो घंटे रही अफरातफरी

हैलट इमरजेंसी में महिला की मौत दोपहर 2.30 बजे हुई। दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। इस दौरान इमरजेंसी में अफरातफरी की स्थिति बनी रही।

कपड़े फाड़े, जमकर की पिटाई

मरीज के स्वजन मनोज ने बताया कि एक तो जेआर गंभीर रूप से घायल का इलाज करने की जगह एक-दूसरे पर टरकाते रहे। जब वहां की हकीकत रिकार्ड करने लगे तो भड़क गए। एकजुट होकर बुरी तरह मारपीट की और कपड़े तक फाड़ दिए।

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महिला बहुत ही गंभीर स्थिति में आई थीं। अत्यधिक रक्तस्त्राव होने से उन्होंने दम तोड़ दिया। इस प्रकरण की जांच का आदेश आर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष को दिया है। इलाज में लापरवाही के लिए जेआर एवं कंसल्टेंट को नोटिस देने के लिए निर्देश दिए हैं।

प्रो. आरबी कमल, प्राचार्य जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज

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