Sanjeet murder Case : लखनऊ पहुंचकर संजीत के पिता ने जांच अधिकारियों के सामने दर्ज कराए बयान

संजीत के पिता ने जांच अधिकारियों के सामने कहा कि तत्कालीन एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता ने उनसे कहा था कि बस फिरौती के लिए रुपयों का इंतजाम करें गाड़ी और फोर्स हम भेज देंगे। करीब दस मिनट तक जांच अधिकारियों ने चमन से फिरौती और दी गई

By Akash DwivediEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 10:55 AM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 10:55 AM (IST)
Sanjeet murder Case : लखनऊ पहुंचकर संजीत के पिता ने जांच अधिकारियों के सामने दर्ज कराए बयान
आठ बजे के बाद संजीत के माता-पिता शहर के लिए रवाना हुए

कानपुर, जेएनएन। चर्चित संजीत अपहरण व हत्याकांड में तत्कालीन एसपी साउथ रहीं अपर्णा गुप्ता के खिलाफ जांच चल रही है। मंगलवार को बर्रा पुलिस के साथ संजीत के पिता चमन पत्नी संग बयान दर्ज कराने आइजी लखनऊ के दफ्तर गए, जहां उनका आमना सामना अपर्णा गुप्ता से कराया गया। संजीत के पिता ने जांच अधिकारियों के सामने कहा कि तत्कालीन एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता ने उनसे कहा था कि बस फिरौती के लिए रुपयों का इंतजाम करें, गाड़ी और फोर्स हम भेज देंगे। करीब दस मिनट तक जांच अधिकारियों ने चमन से फिरौती और दी गई रकम जुटाने को लेकर पूछताछ की। बयान दर्ज करने के बाद जांच अधिकारी चले गए। देर शाम साढ़े सात बजे दोबारा अधिकारी दफ्तर पहुंचे, जहां दर्ज किए बयानों पर चमन के हस्ताक्षर कराए गए। साढ़े आठ बजे के बाद संजीत के माता-पिता शहर के लिए रवाना हुए।

पुलिसकर्मियों के दर्ज हो चुके हैं बयान : बर्रा पांच निवासी संजीत हत्याकांड में निलंबित हुए सभी पुलिस कॢमयों की बहाली हो चुकी है, जिसमें आइपीएस अपर्णा गुप्ता और तत्कालीन सीओ मनोज गुप्ता भी शामिल हैं। आइजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह ने बहाल हुए पुलिस कर्मियों और संजीत के पिता चमन को बयान देने के लिए 28 जून को बुलाया गया था। तब पुलिसकर्मियों के बयान तो दर्ज हुए थे, पर संजीत के पिता के नहीं हो पाए थे।

13 जुलाई को ही दी थी फिरौती : बर्रा पांच निवासी लैब टेक्नीशियन संजीत की 22 जून 2020 को दोस्तों ने अगवा कर रतनलाल नगर में रखा था। 27 जून को उसकी हत्या कर शव फत्तेपुर स्थित लोहे वाले पुल से पांडु नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने 24 जुलाई को ज्ञानेंद्र, कुलदीप, रामजी शुक्ला, नीलू और प्रीति को गिरफ्तार कर राजफाश किया था। पिछले साल 13 जुलाई को ही स्वजन ने इकलौते बेटे को बचाने के लिए 30 लाख की फिरौती दी थी। हालांकि फिरौती दिए जाने से पुलिस की किरकिरी हुई थी, जिस पर एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता, सीओ गोविंद नगर रहे मनोज गुप्ता, थाना प्रभारी रणजीत राय समेत 11 पुलिस कर्मी निलंबित हुए थे।  

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