Weather Update News: अगस्त-सितंबर में 99 फीसद बारिश के आसार, अक्टूबर तक छाए रहेंगे बादल
UP Weather News मौसम विभाग की मानें तो इस बार मानसून की विदाई के बाद भी बारिश जारी रहेगी। अगस्त और सितंबर में सौ फीसद तक बारिश हो सकती है और अक्टूबर माह में भी धूप के बीच बादल छाने के साथ बूंदाबांदी के आसार बने रहेंगे।
कानपुर, जेएनएन। मानसून की टर्फ लाइन मध्य प्रदेश की ओर खिसक जाने और राजस्थान में बने क्षेत्रीय चक्रवात की ओर बारिश वाली हवाओं के जाने से यूपी में कानपुर समेत आसपास के जनपदों में फिलहाल बारिश के आसार कम हो गए हैं। अभी नया सिस्टम बनने में दो से तीन दिन लग सकते हैं और इस दौरान तापमान में उतार चढ़ाव के साथ हवा की गति सामान्य से तेज रहेगी। मौसम विभाग की मानें तो इस बार मानसून की विदाई के बाद भी बारिश के आसार है। अक्टूबर तक आसमान में बादल आते जाते रहेंगे और धूप के साथ बूंदाबांदी के आसार हैं।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया की अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की नमी युक्त हवा को खींच लिया है। उत्तर प्रदेश के ऊपर बनी टर्फ लाइन खिसक कर मध्य प्रदेश की ओर चली गई है। सारे सिस्टम कमजोर हो गए हैं। इसको बनने में कुछ दिन का समय लग ताकत है। गर्मी और उमस का स्तर बढ़ेगा। धूप के बीच में बादल आ सकते हैं।
अक्टूबर तक रह सकती बारिश : डा. पांडेय के मुताबिक इस बार मानसून की विदाई के बाद भी अक्टूबर में अच्छी बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में तूफान का सक्रियता बढ़ने की संभावना है। दुनियाभर के मौसमी मॉडल्स के मुताबिक, अक्टूबर से दिसंबर के बीच ला-नीना तूफान उभरने की अच्छी परिस्थितयां बनने के आसार हैं। मानसून के बाकी बचे दो महीनों में सामान्य बारिश होगी। पैसिफिक ओशन के क्लाइमेट पैटर्न एल-नीनो व ला-नीना इस समय न्यूट्रल फेज में हैं और मानसून खत्म होने तक यही स्थिति बनी रहेगी। इन दोनों क्लाइमेट पैटर्न से दुनियाभर का मौसम प्रभावित होता है। न्यूट्रल फेज में पैसेफिक ओशन के ऊपर से हवाएं पूर्व से पश्चिम की तरफ बहती हैं, जिससे पश्चिमी पैसेफिक की तरफ गर्म उमस वाली हवा और गर्म सतही पानी आता है। इससे सेंट्रल पैसिफिक ओशन ठंडा रहता है।
उन्होंने बताया कि ला-नीना उभरने पर मानसून सक्रिय रहता है। बंगाल की खा़ड़ी में साइक्लोनिक (तूफानी) गतिविधियां बढ़ती हैं और समुद्री तूफान भी आ सकता है। पिछले साल ला-नीना परिस्थितियां मानसून के आखिरी महीने में उभरी थीं, जिससे सितंबर में काफी बारिश हुई थी। इसी के चलते पूरे मानसून में 109 फीसद बारिश हुई थी।
अगस्त में 99 फीसद बारिश की संभावना
मानसून माडल ने अगस्त में 94 से 104 फीसद बारिश के संकेत दिए हैं। वहीं अगस्त-सितंबर को मिलाकर 100 फीसद बारिश की संभावना है। अगस्त के दौरान सामान्य रूप से 258.1 मिमी और अगस्त-सितंबर मिलाकर 428.3 मिमी सामान्य बारिश होती है। जून-जुलाई के दौरान एक फीसदी कम बारिश हुई है। जून में सामान्य रूप से 166.9 मिमी बारिश होनी चाहिए लेकिन 182.9 मिमी बारिश हुई। जुलाई में सामान्य (285.3 मिमी) से सात फीसद कम (266 मिमी) बारिश हुई। खेती के लिहाज से औसत बारिश का लंबे समय तक होना अच्छा है। अगस्त व सितंबर की औसत बारिश से बेहतर उपज होगी।