Weather Update Kanpur: दो दिनों में चढ़ेगा पारा और बढ़ेगी गर्मी, यूपी में 23 जून को मॉनसून आने के आसार

चक्रवाती तूफान टॉक्टे और यास के चलते नौतपा में तापमान कम ही रहा लेकिन अब पारा अपने रंग दिखाने के लिए तैयार है। मॉनसून भी थोड़ा आगे खिसक जाने से फिलहाल बारिश की उम्मीद भी नहीं है। दो दिनों में तापमान और उमस बढ़ने के आसार हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 01:54 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 02:10 PM (IST)
Weather Update Kanpur: दो दिनों में चढ़ेगा पारा और बढ़ेगी गर्मी, यूपी में 23 जून को मॉनसून आने के आसार
शहर में गर्म हो रहे मौसम के तेवर।

कानपुर, जेएनएन। टॉक्टे और यास चक्रवात के कारण नौतपा का ताप भले ही कम रहा हो लेकिन अब गर्मी अपना असर दिखाने वाली है। आने वाले दो दिनों में तापमान बढ़ने के साथ तेज गर्मी और उमस के आसार बन रहे हैं। वहीं फिलहाल बारिश की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है, मौसम विभाग की मानें तो 23 जून तक यूपी में मॉनसून आने की संभावना है। इसलिए आने वाले दिनों मे पारा चढ़ेगा और तेज गर्मी भी सताएगी।

शहर के मौसम अब गर्म हो चला है, सूरज के तल्ख तेवरों से लोगों का पसीना निकल रहा है। गर्मी और उमस से सभी हाल-बेहाल हैं। सीएसए के मौसम वैज्ञानिक का कहना है, कि अभी आगामी दो दिनों तक पारा चढ़ा रहेगा और गर्मी से निजात नहीं मिलने वाली है। अगर बदली छा जाएगी तो उमस भी बढ़ने की संभावना है। बुधवार की अपेक्षा गुरुवार को न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हुई और यह 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियल दर्ज हुआ।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में आगामी 23 जून से मानसून के आसार हैं। इसके चलते 24 से 27 जून तक झमाझम बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिक एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मौजूदा समय में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है। जिससे दिन में तेज धूप का सामना करना पड़ेगा, ऐसे में लोग अधिक से अधिक पानी पीते रहें। इस बार मॉनसून में थोड़ी देरी हुई है, जो सामान्य ही रहने वाला है। केरल में आमतौर पर मानसून एक जून को पहुंचता है लेकिन केरल मे अभी मानसून आने की स्थिति नहीं बनी है। आईएमडी ने भी मानसून के इस साल सामान्य रहने का अनुमान है।

फसलों में सिंचाई करते रहें: मौसम वैज्ञानिक एसएन सुनील पांडेय ने कहा कि जिस तरह से सूरज की तपिश बढ़ रही है, उसे देखते हुए पौधे के मुुरझा जाने की आशंका बढ़ती है। इसलिए बेहतर होगा, कि किसान मौसमी फसलों में शाम के समय सिंचाई करते रहें।

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