Weather Update News: यूपी में अभी दो दिन झूमकर बरसेंगे बदरा, 50 मिमी से ज्यादा बारिश के आसार
मौसम एक बार फिर करवट बदल चुका है अचानक मानसून के ठिठक जाने से चिंतित मौसम विज्ञानियों ने भी बारिश शुरू होने पर खुशी जताई है। उत्तर प्रदेश के ऊपर मानसूनी सिस्टम सक्रिय होने और चक्रवाती हवा का क्षेत्र बनने से अब बारिश जारी रहेगी।
कानपुर, जेएनएन। यूपी में अब मानसून सक्रिय हो चुका है और बीते दो दिन से बदरा झूमकर बरस रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो उत्तर प्रदेश के ऊपर मानसूनी सिस्टम सक्रिय होने से अगले 48 घंटे बारिश के लिए मुफीद हैं। वहीं चक्रवाती हवा का क्षेत्र इसे और मजबूत करेगा। बीते दो दिन में 50 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है।
कानपुर शहर और आसपास क्षेत्र में दो दिन से बारिश की झड़ी लगी है। कभी तेज तो कभी हल्की बरसात तो कभी रिमझिम फुहारों को सिलसिला जारी है। इससे साफ लग रहा है कि मानसून ने दस्तक दे दी है। मौसम सुहाना होने से हवाएं अब राहत देने वाली हैं। फिलहाल शहर में आसमान बादलों से ढका है और तेज बारिश के आसार बने हुए हैं। दो दिन की बारिश ने पहले ही शहर को सराबोर कर दिया और सड़कें पानी से भर चुकी हैं।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि सीतापुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, बाराबंकी, लखनऊ, कानपुर, उन्नाव, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, कासगंज, कन्नौज, बदायूं, जौनपुर, फतेहपुर, प्रयागराज, बांदा, कौशांबी, बलिया समेत अन्य जिलों में ठीक ठाक वर्षा होगी। बादल छाए रहेंगे। कुछ ही देर के लिए मौसम साफ रह सकता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती हवा का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के ऊपर सक्रिय है।
उन्होंने बताया कि ट्रफ रेखा पंजाब, हरियाणा, उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार से होते हुए बंगाल की खाड़ी के पास से गुजर रही है। इसकी वजह से बारिश की पूरी संभावना है। मानसून की गतिविधियां काफी तेज हैं। कुछ शहरों में हल्की, जबकि तराई वाले शहरों में अच्छी वर्षा के आसार हैं। वातावरण में नमी का असर बढ़ गया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। सुबह और शाम के समय हवा सामान्य से काफी तेज चलने के आसार हैं। चक्रवाती हवा का क्षेत्र बनने से बिजली चमकने की संभावना है। अरब सागर की ओर से भी ठंडी हवा आनी शुरू हो गई हैं। इसने अरब देशों की ओर से आ रही गर्म हवा के असर को कम कर दिया है।